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गृहस्थ रहकर भी भजन कर लेते हो तो कल्याण निश्चित

बम्होरी रेंगुआ स्थित देवराहा बाबा सिद्ध प्रांगण में गुरुवार को हरिदास दुलारी कीर्तन से के साथ भक्तमाल कथा की शुरुआत हुई। किशोरदास देव जू गोरे लाल कुंज वृंदावन व मलूक पीठाधीश्वर डॉ. राजेन्द्र दास ने एक साथ व्यास पीठ से भक्तमाल कथा की।

सागरJul 04, 2025 / 04:47 pm

Rizwan ansari

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सागर . बम्होरी रेंगुआ स्थित देवराहा बाबा सिद्ध प्रांगण में गुरुवार को हरिदास दुलारी कीर्तन से के साथ भक्तमाल कथा की शुरुआत हुई। किशोरदास देव जू गोरे लाल कुंज वृंदावन व मलूक पीठाधीश्वर डॉ. राजेन्द्र दास ने एक साथ व्यास पीठ से भक्तमाल कथा की। राजेन्द्र दास महाराज ने शुरुआत श्यामा प्यारी कुंज बिहारी भजन से की। उन्होंने कहा कि मन जो है काया को प्रेरित करता है और वायु अग्नि को प्रज्ज्वलित करती है। शब्द जो है वायु में प्रतिष्ठित होता है। आचार्य निष्ठा व गुरु निष्ठा जिनके भीतर न हो वह कितना जप-तप करले उसे फल प्राप्त नहीं होता। पराए धन और पराई स्त्री से दूर रहकर यदि गृहस्थ में रहकर भी भजन कर लेते हो तो कल्याण निश्चित है। उन्होंने कहा कि सागर वासियों का सौभाग्य है आपको भक्तमाल कथा का श्रवण करने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। महाराज आपके बुंदेलखंड के ही हैं और उनका यही प्रेम भी बहुत सागर वासियों के प्रति है। आज यहां आकर मन बहुत प्रसन्न है। जब देवराहा बाबा के दर्शन तो हमको ऐसा लगा कि वृंदावन में जहां देवराहा बाबा का स्थान है। वही भाव यहां प्रकट हुआ।

क्रोध, लोभ व मोह सब भक्ति महारानी के शत्रु

कथा में किशोरदास जू ने कहा कि जीवन में हमें संग मिले, सत्संग मिले। हमने वृक्ष लगाया वह फलित हो पुष्पित कब होगा जबतक उसे पानी, खाद समय पर न मिले। ऐसे ही हृदय है। यह खेत के समान है। हमारे जीवन में सत्संग मिलता रहेगा तो भक्ति रूपी मन बढ़ता रहेगा। तो काम, क्रोध, लोभ, मोह ये सब भक्ति महारानी के शत्रु हैं। नाम जप से ये भी नष्ट हो जाएंगे।

कुसंगति से होता है जीवन व्यर्थ

किशोरदास जू ने कहा कि साधन संपन्न व्यक्ति भी यदि चरित्रवान हो और उसके जीवन में कुसंगति आ जाए तो जीवन व्यर्थ हो जाता है, शराबी का संग करने से आप भी एक दिन शराबी बन जाएंगे। जुआरी का संग करने से आप भी एक दिन जुआरी बन जायेंगे। महापुरुषों के संग से, सत्संग से ही व्यक्ति चरित्रवान बन जाता है। हमारे अंत:करण में जो कालिका है वह सत्संग से ही उजाला होता है। जीवन में भक्ति होगी तो हम कुसंगति से दूर रहेंगे। यदि हमारे जीवन में कितना भी निकट हो, यदि भक्ति में बाधक बनता है तो उसको दूर कर दो।

सुबह गुरु पूजन हुआ

सुबह 9 बजे से देवाचार्य अजय दुबे व डॉ. अनिल तिवारी ने परिवार सहित गुरु पूजन किया। प्रताप नारायण दुबे, अजय दुबे, डॉ. अनिल तिवारी, संतोश पांडे, रामावतार पांडे, रामगोविंद शास्त्री, राम शर्मा, भरत तिवारी, पप्पू तिवारी, अंकित दुबे, श्याम नेमा, प्रभात मिश्रा व विनय मिश्रा ने आरती की। व्यासपीठ से विधायक शैलेंद्र जैन, प्रमेन्द्र गोलू रिछारिया, जाहर सिंह पूर्व, अनिल दुबे, राजेन्द्र जारोलिया, अनुराग प्यासी, शैलेष केसरवानी, अमित मिश्रा, गिरीशकांत तिवारी व कुलदीप सोनी ने आशीर्वाद लिया।

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