वेयर हाउस के अधिकारी ने बताया कि इस समय जिले में चावल खाने लायक नहीं आ रहा है। जबलपुर और नर्मदापुरम से आ रहे चावल की जांच भी कर ली है। इसमें कुछ बोरी में 60 फीसदी, कुछ में 70 फीसदी और कुछ में 90 फीसदी तक टूटन भरी है। जिले के उपभोक्ताओं के लिए आने वाले चावल और गेहूं की रैक लगवाने संबंधित जिला के नागरिक आपूर्ति विभाग का एक कर्मचारी पहुंचता है। उस रैक के अनाज की क्वालिटी को पास करता है। इसके बाद संबंधित जिला का रैक जारी करता है, लेकिन यह नहीं हो रहा है। जिसके कारण जिले में खराब अनाज भेजा रहा है। इस खराब अनाज को वेयर हाउस में लोड किया जा रहा है।
फैक्ट फाइल
378 जिले में राशन दुकान
2,24,602 राशन लेने वाले परिवार
7,06,173 राशन लेने वाले सदस्य
02 किलो प्रति सदस्य चावल इनका कहना
तीन महीने के लिए जबलपुर से चावलों का रैक आया है। अधिकतर ट्रकों में 90 फीसदी चावल खराब है। जिसमें टूटन, घुन, डस्ट, पीला और काला चावल है। जो उपभोक्ताओं के लिए खाने लायक नहीं है। इसमें सबसे बड़ी लापरवाही नागरिक आपूर्ति विभाग की है। खराब चावल की जानकारी संंबंधित विभाग को दे दी है।
मनोज पालिया, जिला प्रबंधक वेयर हाउस टीकमगढ़
इस महीने खराब चावल आया है, उसे अलग-अलग किया जा रहा है। खराब चावलों को वापस किया जाएगा, जो पहले पड़ा है, उसको भी वापस किया जाएगा। जबलपुर डीएम नान को पत्र भी दे दिया है।
लोकेंद्र सिंह सरल, एसडीएम एवं नागरिक आपूर्ति अधिकारी टीकमगढ़