दिव्यांग कल्याण विकास परिषद के कोषाध्यक्ष कमलेश राठौर ने बताया कि बढ़ती मंहगाई के इस दौर में सरकार मात्र 600 रुपए दिव्यांग पेंशन दे रही है, इतनी राशि में जीना कैसे संभव है। मंहगाई के अनुपात में सरकार को पेंशन राशि पांच हजार करना चाहिए। बैटरी से चलने वाली गाड़ी का सामान नहीं मिलता है और बहुत जल्दी खराब हो जाती है, जिसकी वजह से बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है, इस स्थान पर पेट्रोल गाड़ी दी जाए, जिस से की राहत मिल जाए।
जिलाध्यक्ष सुखवेंद्र सिंह दांगी ने कहा कि दिव्यांगजनों को स्वरोजगार के लिए बैंकों से बिना गारंटी के लोन दिलाया जाए, साथ शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री आवास दिलाए जाए। स्वरोजगार के लिए ट्रेनिंग सेंटर के लिए भूमि और आवास उपलब्ध कराएं जाए। दिव्यांगों के लिए बनने वाले छात्रावास का टेंडर दिव्यांगों को ही दिया जाए। जिला चिकित्सालय बोर्ड मीटिंग में एक ही जगह बैठकर प्रमाण पत्र बनाए जाए। मांग करने वालों में कमलेश राठौर, सुख विंदर, गुलाब सिंह मेवाडा, विष्णु दांगी, श्रवण कुमार वास्तवार, गोपाल, नेपाल दांगी, उमा चौरसिया, संतोष कुमार, हेम सिंह, हरीचरण, सुनील राठौर, राम सिंह गौर, कुलदीप लोधी, राहुल सेन, भूमिका चौरसिया, चिंता बाई, अरविंद गुर्जर आदि शामिल थे।