बस स्टैंड से एक सैंकड़ा से ज्यादा यात्री बसों का संचालन हो रहा है। प्रतिदिन 10 हजार यात्रियों की आवाजाही भी रहती है। लेकिन यात्रियों को बसों में पर्याप्त सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही है। इसके अलावा भीषण गर्मी में ओवरलोड सवारियां बैठाने से यात्रियों को परेशानी के साथ जान का जोखिम भी बना रहता है। अनफिट व ओवरलोड यात्री बस, बिना अग्रिशमक यंत्र, बिना प्राथमिक उपचार किट, बिना स्पीड गवर्नर, बिना चालक लायसेंस की यात्री बसें यातायात नियमों की अनदेखी करते सडक़ों पर चल रही हैं। खानापूर्ति के रूप में की गई जांच व कार्रवाई के बाद न तो परिवहन विभाग द्वारा इस दिशा में कार्रवाई की जा रही है ओर न ही यातायात विभाग ध्यान दे रहा है। यही वजह है कि यात्री बस संचालक मनमानी कर भीषण गर्मी के दौरान भी बसों में ओवरलोड सवारियां बैठाकर यात्रियों को यात्रा करवा रहे हैं।
किराया देकर भी करते हैं खड़े-खड़े सफर
सिवनी बस स्टैण्ड से निकलने वाली यात्री बसों में रोजाना ही ऐसे नजारे देखने को मिल जाते हैं कि लोग किराया पूरा देकर भी खड़े-खड़े सफर करते हैं। ऐसी स्थिति आम तौर जिन सडक़ मार्ग पर वाहनों की कम आवाजाही है, उन क्षेत्र की बसों में दिख रही है। अमरवाड़ा रोड, कहानी-घंसौर क्षेत्र, चमारी-आदेगांव, कटंगी रोड व अन्य भीतरी मार्ग पर चलने वाली बसों में ऐसे नजारे आम बात हैं। लोगों की जान को जोखिम में डालकर भी बस संचालक मोटा मुनाफा कमा रहे हैं।