शोभायात्रा के साथ हुआ शिलापूजन
शिलान्यास कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 10 बजे शिलापूजन से हुई, जिसके बाद नगर के मोहह्न राम मंदिर से भव्य रथ यात्रा निकाली गई। यह यात्रा जैन मंदिर, मुख्य बाजार, गांधी चौक, सब्जी मंडी, गंज, अंडर ब्रिज और संस्कार पैलेस होते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंची। वहां सुंदरकांड पाठ एवं भजनामृत का आयोजन हुआ। इसके बाद शिला संग्रह, पूजन एवं शिलान्यास किया गया। धाम में होंगी धार्मिक व सामुदायिक सुविधाएं
ब्राह्मण समाज द्वारा प्रस्तावित इस परशुराम धाम का निर्माण दो तल पर किया जाएगा।
- भूतल पर सामुदायिक कार्यक्रमों के लिए एक बड़ा हॉल, चार सुविधाजनक कमरे और आवश्यक सुविधाएं होंगी।
- प्रथम तल पर भगवान परशुराम की प्रतिमा के साथ राम दरबार, शिव परिवार, राधा-कृष्ण सहित सनातन धर्म के सभी प्रमुख अवतारों की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी।
- लाइब्रेरी की भी होगी व्यवस्था, जिसमें धार्मिक ग्रंथों का पठन-पाठन संभव होगा।
- दर्शनार्थियों के लिए लिफ्ट, सीढ़ियां और रैंप की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
दान से होगा निर्माण, ट्रस्ट का गठन
धाम के निर्माण के लिए 8600 वर्गफीट भूमि दान में प्राप्त हुई है और निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन किया गया है। निर्माण कार्य दान राशि और सामग्री से पूरा किया जाएगा।
भव्य आयोजन में शामिल हुए गणमान्यजन
शिलान्यास कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्यजन और समाजसेवी उपस्थित रहे, जिनमें पूर्व कमिश्नर राजीव शर्मा, नीलमणि द्विवेदी, जयराम शुक्ला, अवधेश उमरलिया, पं. चतुर्भुज त्रिपाठी, भाजपा जिलाध्यक्ष अमिता चपरा, नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल, मुकेश तिवारी (प्राचार्य कन्या महाविद्यालय), डॉ. जयकृष्ण तिवारी, महेंद्र शुक्ला, रविकरण त्रिपाठी, राजकिशोर शुक्ला सहित अन्य प्रमुख लोग शामिल रहे। ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि भगवान परशुराम धाम इस क्षेत्र में सामुदायिक उपासना और पूजा का प्रमुख केंद्र बनेगा और समाज को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।