चार हनुमान मंदिरों की प्राचीन विरासत है गिरवर गांव
शाजापुर से पहले गिरवर का अस्तित्व था,जो यहां मिले ऐतिहासिक प्रमाणों और लोककथाओं से साफ है। धर्मस्व विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार, गिरवर में चार हनुमान मंदिर दर्ज हैं, लेकिन अब तक केवल तीन ही मिले हैं। चौथे मंदिर को लेकर कई दावे किए जा रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार, गांव में एक निजी भूमि पर स्थित मंदिर ही चौथा हनुमान मंदिर हो सकता है। इस मंदिर की मूर्ति अन्य तीन मंदिरों जैसी ही बताई जाती है। हर साल होने वाले ग्राम गोठ पूजन में इस मंदिर की भी पूजा की जाती है। अब तक मिले तीन प्राचीन मंदिर ये है
- तालाब की पाल पर स्थित मारुति नंदन मंदिर
- ग्राम के बीच प्राचीन गिरवर हनुमान मंदिर
- नववरी 2025 में झाड़ियों के बीच मिला तीसरा मंदिर, जिसमें हनुमानजी की बालरूप प्रतिमा स्थापित है।
क्या चौथा मंदिर निजी जमीन में छिपा है?
गांव के बुजुर्गों के अनुसार, गिरवर के चारों मंदिरों की स्थापना छत्रपति शिवाजी महाराज के गुरु समर्थ रामदास महाराज के निर्देशन में वैष्णव वैरागी जमात ने की थी। पहले इनका पूरा लेखा-जोखा ग्वालियर स्टेट के पास था। अब सवाल यह है कि क्या चौथा मंदिर निजी भूमि में छिपा हुआ है? अगर जांच की जाए, तो यह रहस्य सामने आ सकता है। ग्रामीणों और पुरातत्वविदों की नज़रें अब इसी खोज पर टिकी हैं।