जिला शिक्षा अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि यदि किसी भी आईसीएसई, सीबीएसई या अन्य बोर्ड से संबद्ध अशासकीय स्कूल का संचालक या प्राचार्य छात्रों व अभिभावकों को यूनिफॉर्म, किताबें या स्टेशनरी किसी विशेष दुकान से खरीदने के लिए बाध्य करता है, तो इसकी शिकायत सीधे कंट्रोल रूम में दर्ज कराई जा सकेगी। इन शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
स्कूल फीस और कोचिंग से जुड़ी शिकायतें भी दर्ज होंगी
कंट्रोल रूम न केवल यूनिफॉर्म और पुस्तकों की खरीददारी से जुड़ी शिकायतें सुनेगा, बल्कि स्कूल फीस या शिक्षकों द्वारा कोचिंग संबंधी अनियमितताओं की शिकायतों का भी समाधान करेगा। सभी कंट्रोल रूम में सहायक संचालक स्तर के अधिकारी और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (बीईओ) समस्याओं का निपटारा करेंगे। जिला और ब्लॉक स्तर पर ये अधिकारी रहेंगे प्रभारी
जिला शिक्षा केंद्र को मुख्य कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां सहायक संचालक शालिनी दिनकर और एपीसी अतर सिंह राजोरिया शिकायतों के निराकरण के लिए तैनात किए गए हैं।
ब्लॉक स्तर पर:
- कोलारस – बीआरसीसी कार्यालय में सहायक संचालक राहुल भार्गव और बीआरसीसी केपी जैन।
- बदरवास – बीआरसीसी कार्यालय में सहायक संचालक एके रोहित और बीआरसीसी अंगद सिंह तोमर।
- पिछोर – जनपद शिक्षा केंद्र में बीईओ विनोद गुप्ता और बीआरसी सुरेश गुप्ता।
- खनियांधाना– बीआरसी कार्यालय में बीईओ प्रकाश सूर्यवंशी और बीआरसीसी संजय भदौरिया।
- पोहरी– बीआरसीसी कार्यालय में बीईओ अवधेश तोमर और शिवचरण लाल जाटव।
- नरवर– जनपद शिक्षा केंद्र में बीईओ रामकृष्ण शिवहरे और बीआरसीसी प्रदीप अवस्थी।
- शिवपुरी – बीआरसीसी दफ्तर में सहायक संचालक मनोज निगम और बीआरसीसी बालकृष्ण ओझा।