जिला अस्पताल में सामान्य दिनों में ओपीडी 500 से 1000 के आसपास रहती है। वहीं, अब बढ़ कर 1500 के आसपास पहुंच गई है। ओपीडी में आने वाले ज्यादातर मरीजों में लंबे समय से खांसी, निमोनिया, गले में दर्द, संक्रमण, जकडऩ, आंख-नाक से पानी आना, अस्थमा, एलर्जी, श्वास संबंधी दिक्कतें पाई जा रही हैं। चिकित्कसकों के मुताबिक फरवरी में जिला अस्पताल में इन्लूएंजा फ्लू के मरीज भी अधिक आ रहे हैं।
बढ़ रहे इन्लूएंजा फ्लू के मरीज
चिकित्सकों के मुताबिक इन दिनों इन्लूएंजा फ्लू के मरीज अधिक बढ़ रहे हैं। इन्लूएंजा फ्लू एक संक्रामक श्वसन रोग है, जो वायरस के कारण होता है। यह आमतौर पर बिना किसी उपचार के दो सप्ताह के भीतर ठीक भी हो जाता है। यह वायरल बीमारी शुरू होने के बाद इसके गंभीर लक्षण 3-4 दिनों तक रहते हैं। जबकि ज्यादातर मामलों में लोग दो सप्ताह के बाद बेहतर महसूस करते हैं। जिला अस्पताल में इन्लूएंजा फ्लू के मरीजों की संया में इजाफा हुआ है।
इन्लूएंजा फ्लू के लक्षण
● अचानक-तेज बुखार आना ● गले में खराश ● मांसपेशियों या शरीर में दर्द ● नाक बहना या भरी हुई नाक, सिरदर्द, थकान, बुखार जैसा महसूस होना ● ठंड लगने के साथ कुछ लोगों को उल्टी और दस्त हो सकते हैं ● सूखी और लगातार खांसी
इन्लूएंजा फ्लू से बचाव
● फ्लू का टीका लगवाएं ● बार-बार हाथ धोएं या साबुन से साफ करें
● भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचे, मास्क पहने ● खांसते और छींकते समय मुंह और नाक ढके ● अपने चेहरे और नाक को छूने से बचें ● दूसरों से दूरी बनाकर रहे, अपने सामान को दूसरों से साझा न करें
● स्वस्थ आहार लें, चिकित्सक से परामर्श लेकर दवा लें ● पर्याप्त आराम करें, ज्यूस का सेवन करें, परिश्रम से बचें
इनका कहना हैं ….
बदलते मौसम को लेकर वर्तमान में अस्पताल में इन्लूएंजा फ्लू के मरीज अधिक आ रहे हैं। इन्लूएंजा फ्लू एक संक्रामक श्वसन रोग है, जो वायरस के कारण होता है। फरवरी में कई तरह के वायरस एक्टिव हो जाते हैं। इस बार वायरस के ट्रेंड में बदलाव देखा जा रहा है। इन्लूएंजा फ्लू होने पर मरीज बिना किसी उपचार के दो सप्ताह के भीतर ठीक हो जाता है। इसमें दिखने वाले लक्षण का इलाज करना जरूरी होता है। इस फ्लू के बचाव के लिए बार-बार हाथ धोएं या साबुन से साफ करें, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर नहीं जाना चाहिए। डॉ. रामसिंह यादव, शिशु रोग विशेषज्ञ, जिला चिकित्सालय सिरोही फैक्ट – फाइल
दिनांक – ओपीडी 16 फरवरी – 553 17 फरवरी – 1520 18 फरवरी – 1378 19 फरवरी – 1349