ई-ऑफिस के लिए सभी विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की आइडी बनाने का काम कर रहे एनआईसी के डीआइओ अविनाश पाठक ने बताया कि जिले के सभी विभाग प्रमुखों की आइडी बनाने के साथ ही आवक-जावक आईडी का काम पूरा कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही कर्मचारियों की ट्रेङ्क्षनग शुरू हो गई है। प्रयास किया जा रहा है कि 9 फरवरी तक ट्रेजरी और रजिस्ट्रार कार्यालय के साथ ही कलेक्ट्रेट की अल्प बचत शाखा और वित्त शाखा का पूरा काम ऑनलाइन होने लगे। मार्च माह के आखिरी तक सभी विभाग ऑनलाइन काम करने लगेंगे।
इएमडी से होगा काम डीआइओ पाठक ने बताया कि इसके लिए सबसे जरूरी है सभी कर्मचारियों का ईएमडी ( एम्प्लॉई मास्टर डेटा) तैयार करना। उनका कहना था कि इसमें कर्मचारी से जुड़ी सारी जानकारी रहेगी। वह किस विभाग का है, कौन सी शाखा देखता है, क्या काम करता है। इसके बाद उसके इएमडी से ही वह फाइल को आगे बढ़ाएगा। इसके लिए जिले में ट्रेङ्क्षनग शुरू कर दी गई है। गुरुवार को पहले चरण में जिला पंचायत, जिला शिक्षा केंद्र, शिक्षा विभाग, ट्रेजरी, कृषि विभाग, खाद्य विभाग, पेंशन कार्यालय के कर्मचारियों को ट्रेङ्क्षनग दी गई है।
एसएमएस और मेल से जाएगी सूचना ई-ऑफिस व्यवस्था में फाइल आगे बढ़ाने के बाद कर्मचारियों एवं अधिकारियों के पास सुविधा होगी कि वह जरूरी फाइलों को समय से निपटाने के लिए उसमें समय सीमा तय कर सकते हैं। ऐसी फाइलें रेड टिक से अलग दिखाई देंगी। वहीं फाइल भेजने पर संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी को उसकी सूचना देने के लिए मैसेज भेजने की सुविधा होगी।
फाइल भेजने की सूचना संबंधित अधिकारी और कर्मचारी को एसएमएस और मेल के जरिए पहुंच जाएंगी। ऐसे में सभी को जानकारी होगी कि उनके पास कौन सी फाइल आई है। क्या कहते हैं अधिकारी
&ऑफिसों को पेपरलेस करने एवं समय से फाइलों को मूव करने के लिए ई-ऑफिस पर काम किया जा रहा है। मार्च लास्ट तक प्रयास किया जाएगा कि हर ऑफिस में ऑनलाइन काम होने लगे। इससे समय और पेपर दोनों की बचत होगी।
– विवेक श्रोत्रिय, कलेक्टर, टीकमगढ़।