शहर में पुराने पाइन लाइन जहां सड़कों के विस्तार के बाद सड़क के नीचे आ गई है तो नवीन जलावद्र्धन योजना के तहत बिछाई गई पाइप लाइन को भी बहुत से क्षेत्रों में सड़कों के नीचे दबा दिया गया है। ऐसे में अब हर जगह समस्या पैदा होने लगी है। आदि पाइप लाइन में लीकेज होने पर पहले तो इसकी जानकारी ही नहीं होती है और जब यह लीकेज बड़ जाने पर पानी सड़क को नुकसान पहुंचा कर ऊपर तक आता है, तब कहीं इसकी जानकारी होती है। ऐसे में जहां सड़क को नुकसान होता है तो पानी की भी बर्बादी होती है। शहर में ऊपर की सड$क, आंबेडकर रोड, ढ़ोंगा, सिविल लाइन सहित हर जगह ऐसी समस्या सामने आ रही है। शहर में पेयजल की व्यवस्था के लिए वर्षों पहले डाली गई पाइप लाइन ढोंगा, कुण्डेश्वर रोड, छतरपुर रोड और झांसी रोड क्षेत्र में लीकेज होने लगी है। ऐसे में प्रतिदिन हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है।
नूतन बिहार निवासी गोपाल कश्मीरी ने बताया कि कॉलोनी में कुछ वर्ष पूर्व ही सड़क निर्माण हुआ है और पाइप लाइन को मैदान के चारों ओर बनाई गई सीसी सड़क के नीचे दबा दिया गया है। ट्रक निकलने से पानी की पाइप लाइन पर दबाव बनने से वह लीकेज हो गए और पानी सड़क पर फैलता है। उनका कहना था कि यहां पर कई बार इस प्रकार के लीकेज होने से पानी बहता रहता है। लोगों का कहना है कि शहर में कई जगह पाइप लाइन लीकेज हैं, लेकिन नगर पालिका समय से ध्यान नहीं देती है।
13 हजार घरों में होती है सप्लाई विदित हो कि नगर में 8 टंकियों के माध्यम से १३५०० घरों में पानी की सप्लाई की जाती है। पूरे शहर में पाइप लाइन सीसी सड़कों के नीचे दबी है। लीकेज होने पर सीसी सड़क को तोड़ा जाता है। इससे सड़कें भी खराब हो रही है। शहर में नूतन विहार कॉलोनी, आईटीआई, कन्या विद्यालय, ढोंगा रोड, इंदिरा कॉलोनी, आंबेडकर, पुरानी बस स्टैंड, घंटा घर, ऊपर की सड$क, खादी ग्रामोद्योग के सामने, कुंवरपुरा रोड, स्टेट बैंक, के पास के साथ अन्य स्थानों पर लीकेज बने हुए हैं।
इनका कहना है &सड़क के नीचे पाइप लाइनें पहले से डली है। जहां-जहां लीकेज की समस्या आती है। टीम के माध्यम से सुधार किया जाता है। ढोंगा लाइन, सिविल लाइन और इंदिरा कॉलोनी के लीकेज को सुधार दिया गया है। ठंड के मौसम में लीकेज की समस्या उत्पन्न होती है। -अनिल श्रीवास्तव, जल प्रदाय अधिकारी नपा टीकमगढ़।