गिरिजा व्यास की देह पंचतत्व में विलीन, गहलोत ने अर्थी को दिया कंधा, अंतिम विदाई में उमड़ा शहर
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री डॉ. गिरिजा व्यास के निधन के बाद शुक्रवार शाम को अंतिम संस्कार हुआ। अंतिम यात्रा शाम 4 बजे दैत्य मगरी स्थित आवास से रवाना होकर अशोक नगर मोक्षधाम पहुंची।
उदयपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री डॉ. गिरिजा व्यास के निधन के बाद शुक्रवार शाम को अंतिम संस्कार हुआ। अंतिम यात्रा शाम 4 बजे दैत्य मगरी स्थित आवास से रवाना होकर अशोक नगर मोक्षधाम पहुंची। अंतिम यात्रा में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अर्थी को कंधा दिया, वहीं अंतिम संस्कार के दौरान भी मौजूद रहे। भतीजे विवेक शर्मा ने मुखाग्नि दी।
डॉ. गिरिजा व्यास के निधन के बाद सुबह करीब 5 बजे पार्थिव देह उदयपुर लाई गई। शुक्रवार सुबह 10 बजे आवास पर पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी गिरिजा व्यास के घर पहुंचे और कांग्रेस का ध्वज ओढ़ाकर सम्मान से पुष्पांजलि अर्पित की।
गिरिजा के भाई गोपाल शर्मा सहित परिजनों को सांत्वना दी। अंतिम दर्शन के लिए दिनभर लोगों की आवाजाही बनी रही, जिनमें शहरवासियों के साथ ही कांग्रेस और भाजपा नेता भी पहुंचे। कांग्रेस के अग्रिम संगठन सेवादल ने अंतिम यात्रा की व्यवस्थाएं संभाली।
एक माह संघर्ष के बाद निधन
गौरतलब है कि डॉ. गिरिजा व्यास 31 मार्च को घर में ही गणगौर पूजा के दौरान झुलस गई थीं। परिजनों ने उन्हें निजी हॉस्पिटल पहुंचाया था, जहां से अहमदाबाद रेफर किया गया था। वे 90 प्रतिशत से अधिक झुलस गई थी और हालत बेहद नाजुक हो गई थीं। वे एक माह तक जूझती रही, लेकिन सेहत में ज्यादा सुधार नहीं हुआ। आखिरी तीन दिनों में ब्लड प्रेशर में गिरावट आई और गुरुवार शाम 7.30 बजे निधन हो गया।