इस दौरान आरोपी मंगलसिंह को दो बार घबराहट हुई। इसके बाद मेडिकल परीक्षण कराया गया। आरोपी पूरी रात सो नहीं पाया तथा हिरासत में हंगामा करता रहा। मंगलवार सुबह मेडिकल परीक्षण के बाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से आरोपी को तराना दे जेल भेजा गया है।
मंगलसिंह का गांव में इस कदर आंतक है कि बेटे को गोली मारने के बाद 1 घंटे तक पुलिस को कोई सूचना नहीं दे पाया। पुलिस हिरासत में उसकी ठसक कम नहीं हुई। आरोपी को जब पुलिस थाने से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माकड़ौन ले जाया जा रहा था, तब वह बिना किसी ग्लानि के चल रहा था। परीक्षण होने के बाद बाहर आते ही पुलिस वालों को धमकाता भी दिखा।
सूत्रों का कहना है, पुलिस हिरासत में आरोपी का ब्लड प्रेशर बार-बार कम-ज्यादा हो रहा था। वह अजीब सी हरकतें कर रहा था, चिल्ला रहा था। पुलिस ने दो बार आरोपी का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने उसको दिलासा देते हुए कहा कि तेरे बेटे का इलाज चल रहा है। सुबह तेरी जमानत हो जाएगी। इसके बाद आरोपी मंगल सामान्य हुआ।