एसईसीएल प्रबंधन द्वारा अपने रेल रैक संचालन का हवाला देकर इन व्यापारियों को उक्त स्थल से हटाने का नोटिस जारी किया है। इससे न केवल वे व्यापारविहीन होंगे, अपितु उनके परिवार भी आश्रयहीन हो जाएंगे। यह निर्णय पूर्णत: अमानवीय एवं अन्यायपूर्ण है। एसईसीएल का रेल रैक संचालन बहुत ही सीमित है-प्रति माह औसतन केवल 20 से 22 रैंक ही प्रेषित किए जाते हैं। इसका मतलब प्रतिदिन एक रैक भी नहीं जा रहा है। ऐसे में रेल परिचालन में बाधा का तर्क उचित नहीं। बाजारपुरा में सिविल लाइन से चांद प्रेस तक लगभग 200 से 300 मीटर के संकीर्ण क्षेत्र में, जहाँ रेल लाइन से 2 मीटर की दूरी पर सुरक्षा की दृष्टि से एक सुदृढ़ दीवार तथा समुचित जल निकासी व्यवस्था (ड्रेनेज) का निर्माण कराया जाए। इस समाधान से न तो एसईसीएल के कार्य में बाधा उत्पन्न होगी और न ही व्यापारियों एवं उनके परिवारों के जीवन पर संकट आएगा।
अन्य स्थानों पर एसईसीएल के पास परियोजना विस्तार के लिए पर्याप्त भूमि उपलब्ध है। उन्होंने मांग की है कि इस गम्भीर एवं संवेदनशील विषय पर मध्यस्थता कर शीघ्र समाधान सुनिश्चित किया जाए। यदि एसईसीएल इस उचित प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करता है, तो व्यापारीगण शासन के सभी नियमों का पालन करते हुए 26 मई से अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।