बिहारी उत्तरप्रदेश केे कासगंज जिले की पटियाली तहसील के भरगेन गांव का मूल निवासी है और वहीं फरार होने की फिराक में था। इसके विरुद्ध मामला दर्ज होने के बाद से यह फरार था। क्राइम ब्रांच के संयुक्त पुलिस आयुक्त (जेसीपी) शरद सिंघल ने इसे पकड़ने की पुष्टि की है।
क्राइम ब्रांच के उपायुक्त (डीसीपी) अजीत राज्यान ने संवाददाताओं को बताया कि आरोपी को क्राइम ब्रांच में दर्ज बिजली चोरी, धोखाधड़ी व जालसाजी के मामले में पकड़ा है। इससे पहले इसके विरुद्ध 2023 में सरखेज थाने में भी दो मामले दर्ज हैं जिसमें हत्या की कोशिश का मामला शामिल है। ओरोपी से पूछताछ जारी है। इससे पहले उसके पुत्र फतेह पठान को पकड़ा जा चुका है जो पांच मई तक रिमांड पर है।
घर से मिले 9 लाख, 250 ग्राम सोना
डीसीपी राज्यान ने बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम ने बिहारी के चार मकान व गोदाम पर दबिश दी। दाणीलीमडा में नूरे अहमदी सोसायटी, तीन बत्ती के पास मुखी चैम्बर और मिल्लतनगर में इस्माइल शेख की चाली स्थित मकान और यहीं गजूभाई के घर के पास मकान में जांच की। मिल्लतनगर में रफीक होटल के पास गोदाम में दबिश दी। यहां से 9.50 लाख की नकदी और 250 ग्राम सोना बरामद हुआ। जांच में पता कि आरोपी ने सोना अवैध गतिविधियों से अर्जित पैसों से खरीदा था। इन मकानों में यह चार पत्नियों के साथ रहता था। आरोपी के 9 बच्चे हैं।
स्थानीय नेताओं के लेटरपैड का उपयोग
राज्यान के अनुसार आरोपी ने चंडोला तालाब में अवैध कच्चे-पक्के मकान बना रखे थे जिसे वह घुसपैठ कर आए बांग्लादेशी लोगों को किराए पर देता। इसके लिए मकान के बिजली बिल का उपयोग कर फर्जी रेंट एग्रीमेंट बनवाता था। फिर स्थानीय नेताओं के लेटरपैड का उपयोग करके उन लोगों के भारतीय पहचान पत्र, आधारकार्ड, पैनकार्ड, पासपोर्ट बनवाता था। इन नेताओं से पूछताछ की जाएगी