वर पक्ष से वसूले 21,000
संस्था की घोषणा के अनुसार वर पक्ष से 21,000 रुपए की फीस वसूली गई थी। साथ ही कन्या पक्ष को सोने और चांदी की बुट्टी, अंगूठी, पायल, चांदी के सिक्के सहित घरेलू उपयोग के सामानकी दानदाताओं की मदद से भेंट दी गई थी। इसके अलावा मां माटलु आयोजकों की ओर से मुफ्त देने का तय हुआ था। विवाह होने पर मां माटलु के लिए 2,100 रुपए अतिरिक्त वसूले गए।सोने-चांदी की प्राप्त भेंट की ससुराल पहुंचकर सोने की दुकान पर जांच करवाई, तो पता चला कि भेंट में दी गई कोई भी वस्तु सोने या चांदी की नहीं थी। दुकानदार ने बताया कि ये भेंट अमरेली जिले के बगसरा में बनने वाले नकली गहनों जैसी थी।
आयोजक विक्रम सोराणी ने बताया कि दानदाताओं की ओर से दी गई भेंट में कोई गलती हुई हो, तो शिकायतकर्ता और दानदाता को आमने-सामने बिठाकर समाधान कर देंगे। हमने 442 जोड़ों का सामूहिक विवाह आयोजित किया था, जिसका अनुमानित खर्च 1 करोड़ 38 लाख रुपए था। 21,000 रुपए के हिसाब से 422 वर पक्ष से लगभग 93 लाख रुपए की आय हुई थी। बाकी खर्च दानदाताओं से प्राप्त भेंट और नकद राशि से किया गया था। कुवाडवा पुलिस में 10 मई को यह शिकायत की गई है। पुलिस ने कार्रवाई शुरू की है।