जानकारी अनुसार सेन्ट्रल जेल के वार्ड संख्या 4 की बैरक संख्या 1 में निरूद्ध विचाराधीन बंदी ब्यावर, मसूदा उत्तमी झोपड़िया का बाडिया निवासी छीतर (29) पुत्र हरि काठात बुधवार दोपहर बैरक में फंदा बनाकर लटका मिला। ड्यूटी पर मौजूद प्रहरी ने उसको फंदे से उतार कर जेल डिस्पेंसरी पहुंचाया।
ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक डॉ हंसराज सामरिया और डॉ के.के. शर्मा ने उसको बचाने के प्रयास किए लेकिन दोपहर 2 बजकर 10 मिनट पर उसको मृत घोषित कर दिया। सूचना पर जेल अधीक्षक आर. अन्नतेश्वरन पहुंचे। जेल प्रशासन ने मामले में न्यायिक अधिकारी को सूचित किया। सिविल लाइन्स थाना पुलिस ने शव जवाहरलाल नेहरू अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है।
पड़ताल में सामने आया कि विचाराधीन बंदी छीतर बाइस दिन पहले जेल आया था। उसको 17 मार्च को अजमेर की पोक्सो कोर्ट संख्या एक ने न्यायिक अभिरक्षा में भेजा था। उसके खिलाफ साल 2023 में ब्यावर सिटी थाने में नाबालिग के अपहरण, बलात्कार का प्रकरण दर्ज हुआ था। विचाराधीन बंदी छीतर की संदिग्ध हालात में मृत्यु पर न्यायिक जांच की जा रही है।