उत्तर प्रदेश के औरैया के रहने वाले संतोष यादव ने 2002 में भारतीय सेना को ज्वाइन किया था। 2 साल बाद सेवानिवृत होने वाले थे। जम्मू में उनकी तैनाती थी। बीमारी के कारण संतोष यादव का निधन हो गया। इसकी जानकारी मिलते ही घर में रोना पीटना मच गया। संतोष यादव अपने पीछे अपनी पत्नी मीना देवी, दो पुत्र शिवम और गोलू को छोड़ गए हैं।
गांव में शौक की लहर
संतोष यादव की निधन की खबर गांव में आग की तरह फैल गई। जिससे शौक की लहर दौड़ गई। आज संतोष यादव का शव सम्मान के साथ सेना की गाड़ी में गांव पहुंचा। भरथना स्थित आवास पर पहुंचा शव पहुंचते ही रोना पीटना मच गया। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को पैतृक गांव खुमानपुरा बघेलपुर ले जाया गया।
सांसद विधायक ने दी श्रद्धांजलि
इसके पहले इटावा सांसद जितेंद्र दोहरे और दिबियापुर विधायक प्रदीप यादव ने भी पुष्प चक्र अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर शहीद के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया। सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। अंतिम दर्शन करने के लिए हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ी। गॉड ऑफ़ ऑनर के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। संतोष यादव अमर रहे के नारे लगाते रहे।