बता दें कि 02 जून को पत्रिका ने निचले इलाको में जल भराव की समस्या बरकरार शीर्षक से खबर का प्रमुखता से प्रकाशन किया। मानसून पूर्व नपा की तैयारियों को लेकर खुलासा किया गया। इसके बाद से नपा के अभियान में तेजी हुई है। घमेला, फावड़ा के अलावा मशीनों के साथ अमला मौके पर उतर गया है।
शहर के वार्ड 24, 28 एवं 32 के अलावा 2, 3, 4, 5, 6 एवं 29 में छोटे-बड़े नालों की सफाई पोकलेन मशीन से कराई गई। वार्ड 01, 11, 13, 32, 33 के साथ ही अन्य आऊटर क्षेत्र के नालों पर भी सफाई को लेकर विशेष कार्य किया गया। इसी प्रकार सर्किट हाऊस, गोंदिया रोड, वार्ड 28 गुरूद्वारे तथा गुजराती समाजवाड़ी के पास, एमएलबी स्कूल मार्ग के निकट पडऩे वाले नालों की सफाई तथा वार्ड 11 भटेरा रोड, वार्ड 25 मोती उद्यान के सामने एवं निचले वार्डो के नालियों की सफाई करते हुए गाद एवं जल निकासी में बाधित कचरे को बाहर कर इसे साफ किया जा रहा है।
नाले-नालियों को कूड़ाघर ना बनाए-
स्वच्छता कार्य को लेकर नपाध्यक्ष भारती ठाकुर ने कहा कि सफाई कार्य के दौरान देखने में आता है कि प्लास्टिक एवं कांच की बोतलें, पॉलीथिन एवं अन्य कूड़ा करकट नाले एवं नालियों में डाल दिया जाता है, जो जल निकासी में बाधा उत्पन्न करता है। स्वच्छता यह केवल किसी संस्था की नहीं बल्कि सामूहिक जवाबदेही है। उन्होंने अपील कर कहां की हमारे घर के सामने नाली में सफाई के लिए हम चैंबरों की जगह जरूर छोड़े। अतिक्रमण करने से बचें, नालियों में बॉटल, पॉलीथिन न डाले।