इस मौत पर राजनीति भी खूब हो रही है वहीं सभी राजनीतिक दल के लोग युवती के घर पहुंच कर न्यायिक जांच की मांग भी कर रहे। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने इस घटना पर सवाल उठाते हुए कानून और व्यवस्था के मामले में उत्तर प्रदेश की नाकामी पर सवाल उठाए थे।
युवती के परिजनों में पुलिस की आत्महत्या को सिरे से नकारते हुए गांव के चार लोगों पर एफआईआर भी दर्ज कराया था। इस संबंध में बांसडीह विधायक केतकी सिंह ने मुख्यमंत्री से मिलकर निष्पक्ष जांच की मांग की थी।
अब सरकार के आदेश पर इस केस की जांच एसआईटी करेगी।
अब इस प्रकरण की जांच एसआईटी से कराने का निर्णय हुआ है। डीआईजी (आजमगढ़) सुनील कुमार सिंह के पर्यवेक्षण वाली टीम में आजमगढ़ के एक अपर पुलिस अधीक्षक चिराग जैन, सीओ रसड़ा आशीष कुमार मिश्र, सर्विलांस प्रभारी विश्वनाथ यादव तथा एसओ नगरा कौशल पाठक को शामिल किया गया है। टीम जांच पूरी कर रिपोर्ट देगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।