राजस्थान के इस जिले में टापू पर 10 लोगों के फंसे होने की मिली सूचना, ‘मॉक ड्रिल’ में अधिकारियों ने दिखाई मुस्तैदी
राजस्थान के बारां जिले में बाढ़ से बचाव को लेकर बुधवार को एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसमें टापू पर फंसे 10 चरवाहों को बचाया गया। इस दौरान प्रशासन की मुस्तैदी काबिले तारीफ रही।
बारां। जिले में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इसको लेकर अब जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। बाढ़ से बचाव को लेकर बुधवार को जिला प्रशासन की तरफ से एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसमें बचाव कर्मियों और बचाव कर्मियों की तत्परता का आंकलन किया गया।
इसी क्रम में बुधवार को जिला प्रशासन को सूचना मिली कि संबलपुर ग्राम के पास पार्वती नदी में बने टापू पर 10 चरवाहे फंस गए हैं। पार्वती नदी में पानी का तेज बहाव है जिसकी वजह से पशुओं को चरा रहे लोग टापू पर शरण लिए हैं। पानी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।
मॉक ड्रिल में ये लोग हुए शामिल
इस सूचना पर जिला कलक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर एवं पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी ने तुरंत एक्शन लेते हुए रेस्क्यू दल को रवाना किया और स्वयं भी मौके पर पहुंचे। तेज बारिश के बावजूद जिला परिषद सीईओ राजवीर सिंह चौधरी, एएसपी राजेश चौधरी, डीएसओ अनील चौधरी, एसडीआरएफ, सिविल डिफेन्स, गृह रक्षा दल, पुलिस, मेडिकल टीम तथा आर्मी के जवानों ने घटनास्थल पर पहुंचकर तत्परता से कार्य किया।
मॉक ड्रिल में दिखी तत्परता
टापू पर फंसे सभी नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और उन्हें मौके पर ही प्राथमिक उपचार प्रदान किया गया। यह मॉक ड्रिल जिला प्रशासन की आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने की तैयारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थी, जिसका उद्देश्य आपदा प्रबंधन क्षमता का परीक्षण करना था।
जिला कल्कटर ने की तारीफ
जिला कलक्टर ने इस सफल रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए सभी टीमों की सराहना की और कहा कि प्रशिक्षण एवं तत्परता ही किसी भी आपदा से निपटने का आधार है। प्रशासन की सक्रियता, समन्वय और त्वरित कार्रवाई के कारण यह ‘मॉक ड्रिल’ एक सफल उदाहरण बनी।