रुका वेतन जारी करने को मांगी थी रिश्वत
कैंट क्षेत्र के गांव मोहनपुर निवासी मोहम्मद इलियास, जो सैदपुर कुर्मियान स्थित पीएम श्री विद्यालय में प्रधानाध्यापक हैं, का अप्रैल और मई 2024 का वेतन रुका हुआ था। वेतन जारी कराने के नाम पर उनसे पांच हजार रुपये की रिश्वत मांगी गई। इस पर उन्होंने एंटी करप्शन टीम से शिकायत की। गुरुवार को टीम ने कार्रवाई करते हुए रिश्वत लेते समय बीईओ के चालक वीरपाल को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान बीईओ अवनीश प्रताप सिंह मौके से फरार हो गए। दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।
बीएसए ने की निलंबन की कार्रवाई, बीईओ को नोटिस जारी
शनिवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) संजय सिंह की अनुमति के बाद बीईओ मुख्यालय के दिनेश चंद्र जोशी ने चालक वीरपाल को निलंबित कर दिया। वहीं, बीईओ अवनीश प्रताप सिंह ने चिकित्सा अवकाश की मांग करते हुए खुद को अनुपस्थित कर लिया है। बीएसए संजय सिंह ने बताया कि चालक को निलंबित कर दिया गया है और बीईओ के खिलाफ रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। निर्देश मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
लेखपाल से खंड शिक्षा अधिकारी तक का सफर
खंड शिक्षा अधिकारी अवनीश प्रताप सिंह पहले राजस्व विभाग में लेखपाल के पद पर कार्यरत थे। इसके बाद उन्होंने 69,000 सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा पास की और उनका चयन सहायक अध्यापक के रूप में हुआ, लेकिन वे मात्र एक दिन ही इस पद पर कार्य कर सके। अगले ही दिन खंड शिक्षा अधिकारी के पद पर उनका चयन हो गया। पूरनपुर में एक दिन के शिक्षक और अगले दिन शिक्षा अधिकारी बनने के कारण वे चर्चा में आ गए थे।