गंधक मिलाकर करते हैं शीशे की ग्रेडिंग फिर बनाते हैं मांझा
घटना शुक्रवार को सुबह बाकरगंज के तंग इलाके में स्थित एक गोदाम में हुई, जहां प्रतिबंधित चाइनीज मांझा बनाया जा रहा था। मांझे को अधिक धारदार बनाने के लिए शीशे के मिश्रण में गंधक और पोटाश मिलाया जाता है, जो विस्फोटक के रूप में काम करता है। बताया जा रहा है कि गोदाम में बड़ी मात्रा में बारूद (गंधक-पोटाश) जमा था, जो अचानक फट गया।
तीन लोगों की मौत, कई बुरी तरह झुलसे
पुलिस को गोदाम के अंदर तीन लोग बुरी तरह जले हुए मिले। इनमें से दो की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीसरे की अस्पताल ले जाते समय जान चली गई। मृतकों की पहचान इस प्रकार हुई: - अतीक रजा खां (45) – गोदाम मालिक
- सरताज (25) – गोदाम में काम करने वाला कारीगर
- फैजान (25) – हादसे का शिकार हुआ कर्मचारी
सिलेंडर ब्लास्ट की खबर निकली झूठी, बारूद में हुआ था विस्फोट
शुरुआत में पुलिस को स्थानीय लोगों से सिलेंडर फटने की सूचना मिली थी, लेकिन जांच में गंधक-पोटाश के कारण विस्फोट होने की पुष्टि हुई। मौके पर फील्ड यूनिट की टीम और पुलिस बल ने सबूत इकट्ठा किए।
बाकरगंज में बड़े पैमाने पर बनता है अवैध मांझा
बरेली के थाना किला क्षेत्र में स्थित बाकरगंज इलाका मांझा बनाने का गैरकानूनी गढ़ बन चुका है। यहां कारीगर अवैध रूप से मांझा तैयार कर उसे ज्यादा धारदार बनाने के लिए खतरनाक रसायनों का इस्तेमाल करते हैं। यही वजह है कि समय-समय पर यहां हादसे होते रहते हैं।