कस्बे में सहकारी समिति से गंगा माता मंदिर जाने वाले सड़क पर, पुराना बाजार हनुमान मंदिर के पास, बुनकरों का मोहल्ला, अचलेश्वर मंदिर के आसपास, महलों के आसपास, ठाकुरजी मंदिर के पास, नाइयों की गली, बडायों का मोहल्ला, सुनारों का मोहल्ला, पुराना बाजार, गोपीनाथजी मंदिर के पास, नया बाजार सड़क आदि स्थानों पर भवन जर्जर हादसों को न्योता दे रहे है।
अचरोल के पुराने बाजार में शुक्रवार देर रात एक जर्जर दुकान ढह गई। रात होने के कारण किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। ग्रामीणों ने बताया कि रात करीब 1 बजे धमाका होने से बाहर आए तो देखा कि वर्षों पुरानी एक दुकान का एक हिस्सा ढह चुका था। दुकान लंबे समय से जर्जर थी और उसका कुछ हिस्सा अभी भी खतरनाक स्थिति में है, जो कभी भी गिर सकता है। पास में ही दुकान और हनुमान मंदिर भी है, जहां सावन में काफी लोग आते है। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत प्रशासन से कई बार शिकायत की, लेकिन समस्या जस की तस है।
अचरोल के पुराने बाजार में यह दुकान काफी समय से जर्जर थी। हमने कई बार प्रशासन से शिकायत की, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। आज रात अगर कोई यहां होता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
-मोहनलाल पहाड़िया

-श्रवण बेनीवाल
-चंद्रप्रकाश सैन अधिकांश भवन मालिक बाहर रहते है, जिससे उनकी देखरेख नहीं हो पाती। प्रशासन को ऐसे सभी खतरनाक भवनों को चिह्नित कर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए ताकि लोगों की जान सुरक्षित रहे।
-मनोज अग्रवाल
आम रास्तों पर स्थित जर्जर भवनों की पहचान कर उन्हें हटाने की आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। पहले भी नोटिस जारी किए जा चुके है, लेकिन अब इस दिशा में सख्त कदम उठाए जाएंगे।
-रामलाल गुर्जर, ग्राम विकास अधिकारी अचरोल
-बजरंगलाल स्वामी, एसडीएम आमेर