फिर ई श्रम कार्ड का क्या लाभ पत्रिका टीम ने कई श्रमिकों से बातचीत की तो उनका दर्द सामने आया। श्रमिकों ने बताया कि सरकार मजदूरों के लिए ई श्रम कार्ड बनवाकर उन्हें आर्थिक लाभ दे रही है, लेकिन सरकारी मशीनरी का इन खुली मजदूरी करने वालों से कोई लेना देना नहीं है। काम की तलाश के लिए भीषण गर्मी में भी इन्हें बिना शेल्टर के कड़ी धूप में घंटों खड़े रहना पड़ता है।
आठ घंटे की मांग को लेकर हुआ आंदोलन भामस नेता प्रभाष चौधरी ने बताया कि मजदूर दिवस के मौके पर भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र की ओर से सीटू की ओर से जिले में कई स्थानों पर आयोजन होंगे। भीलवाड़ा मजदूर संघ की ओर से मजदूर दिवस पर रीको फोर फेस स्थित मंगलम यार्न के गोदाम में सुबह 7 से शाम 7 बजे तक रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा।
फिर कैसे मजदूरों के बच्चों को मिलेगी बेहतर शिक्षा चौधरी ने कहा कि श्रमिकों के बच्चों के बेहतर भविष्य की दिशा में सरकारों को चिन्तन करने की आवश्यकता है। बढ़ती महंगाई की वजह से कई श्रमिक परिवारों के सामने शिक्षा और सेहत ही सबसे बड़ी चुनौती है। सरकार को इस दिशा में नवाचार दिखाते हुए श्रमिक परिवारों के कल्याण की दिशा में कदमताल करनी होगी।