ऐसे बनाता था शिकार
गिरफ्तार आरोपी शिवम यादव (20) ने टेलीग्राम पर एमपी बोर्ड पेपर लीक 2025 और एमपी बोर्ड क्लास पेपर लीक नाम से ग्रुप बनाए थे। उसने इन ग्रुप्स में बोर्ड का नकली मोनो और आकर्षक ऑफर्स डालकर छात्रों को यह यकीन दिलाया कि वह असली प्रश्न-पत्र दे सकता है। इस ग्रुप में एक पेपर की कीमत 1500 रुपए रखी गई थी। रुपए लेने के लिए वह पेटीएम वॉलेट (Paytm wallet) का क्यूआर कोड (QR code) इस्तेमाल करता था। जैसे ही कोई छात्र रुपए भेजता, वह उसे इंटरनेट से डाउनलोड किए गए नकली सैंपल पेपर भेज देता था। इस तरह अब तक 200 से अधिक छात्रों से लाखों रुपए ठग चुका है।15 हजार से ज्यादा लोग जुड़े थे इन ग्रुपों से
पुलिस के अनुसार, आरोपी शिवम यादव के टेलीग्राम ग्रुप में 15 हजार से ज्यादा सदस्य थे, जो परीक्षा से पहले पेपर लीक होने का इंतजार कर रहे थे। पुलिस को इस रैकेट का पता तब चला जब माध्यमिक शिक्षा मंडल के अधिकारियों ने शिकायत की। जांच के बाद साइबर पुलिस ने भिंड से आरोपी को गिरफ्तार किया। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसके साथ इस ठगी में और कौन-कौन शामिल है।