ये भी पढ़े:- 8वें वेतन आयोग पर बड़ी बैठक आज, किस आधार पर मिलेंगे सैलरी-पेंशन, हो सकता है तय क्यों आई शेयरों में भारी गिरावट? (Tilaknagar Industries Share Loss)
शेयर बाजार के जानकारों का कहना है कि तिलकनगर इंडस्ट्रीज (Tilaknagar Industries Share Loss) की याचिका खारिज होने से निवेशकों में नकारात्मक सेंटीमेंट आ गया, जिससे बड़ी संख्या में शेयरों की बिकवाली हुई। बॉम्बे हाईकोर्ट ने न सिर्फ कंपनी की याचिका खारिज की, बल्कि एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स को पश्चिम बंगाल में ‘मैन्सन हाउस’ ब्रांड नेम से उत्पाद लॉन्च करने की इजाजत भी दे दी। हालांकि, कोर्ट ने इस आदेश को चार हफ्तों तक स्थगित रखा है, जिससे तिलकनगर इंडस्ट्रीज (Tilaknagar Industries Share Loss) को अपील करने का मौका मिल सके। इसके बावजूद, निवेशकों को डर है कि इस कानूनी फैसले से कंपनी के ब्रांड वैल्यू और बाजार हिस्सेदारी पर असर पड़ सकता है।
क्या कहती है कंपनी?
तिलकनगर इंडस्ट्रीज (Tilaknagar Industries Share Loss) ने एक्सचेंज फाइलिंग में यह स्पष्ट किया है कि इस फैसले का उसके व्यवसाय पर कोई महत्वपूर्ण वित्तीय प्रभाव नहीं पड़ेगा। कंपनी ने कहा, हम अपने कानूनी अधिकारों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं।
पिछले 5 सालों में 1400% से ज्यादा बढ़े हैं शेयर
गिरावट के बावजूद, अगर हम लॉन्ग टर्म परफॉर्मेंस देखें, तो तिलकनगर इंडस्ट्रीज के शेयरों (Tilaknagar Industries Share Loss) ने जबरदस्त रिटर्न दिया है। 14 फरवरी 2020 को शेयर ₹19 पर था, जो अब ₹293.40 तक पहुंच गया है। 4 साल में 967% की तेजी। फरवरी 2021 में शेयर ₹27.50 था, जो अब ₹293.40 पर ट्रेड कर रहा है। 52 हफ्तों का हाई – ₹457.30, 52 हफ्तों का लो – ₹182.60। इस जबरदस्त ग्रोथ की वजह से निवेशकों का ध्यान इस स्टॉक पर बना हुआ है। हालांकि, मौजूदा गिरावट ने शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स को चिंता में डाल दिया है। ये भी पढ़े:- नया इनकम टैक्स बिल को मंजूरी मिलते ही बदल जाएगा 60 साल पुराना कानून, जल्द संसद में पेश होगा कंपनी का कारोबार
तिलकनगर इंडस्ट्रीज 1983 से शराब निर्माण के क्षेत्र में सक्रिय है और ‘मैन्सन हाउस’ और ‘सवॉय क्लब’ ब्रांड के तहत व्हिस्की, जिन और ब्रांडी का उत्पादन और मार्केटिंग करती है। मैन्सन हाउस ब्रांडी’ देश की सबसे ज्यादा बिकने वाली ब्रांडी में शामिल है और यह दुनिया में दूसरी सबसे ज्यादा बिकने वाली ब्रांडी मानी जाती है। कंपनी ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में अपने शानदार प्रदर्शन की घोषणा की थी, लेकिन ट्रेडमार्क (Tilaknagar Industries Share Loss) विवाद के कारण निवेशकों की चिंता बढ़ गई है।