scriptपत्रिका रक्षा कवच अभियान से जागरूक हुए लोग, साइबर अपराधियों के झांसे में नहीं आने से हो गए डिजीटल सुरक्षित | Patrika News
छतरपुर

पत्रिका रक्षा कवच अभियान से जागरूक हुए लोग, साइबर अपराधियों के झांसे में नहीं आने से हो गए डिजीटल सुरक्षित

अपराधियों के लगातार बढ़ते साइबर हमलों ने समाज में भय और अनिश्चितता का माहौल पैदा किया है। ऐसे में जागरूकता और सुरक्षा उपायों की आवश्यकता महसूस हो रही थी। इसी संदर्भ में पत्रिका रक्षा कवच अभियान ने आम जनता को साइबर अपराध से बचने और डिजिटल सुरक्षा को लेकर एक नई दिशा दी है।

छतरपुरFeb 04, 2025 / 10:20 am

Dharmendra Singh

raksha kavch

पत्रिका रक्षा कवच

छतरपुर. आजकल डिजिटल दुनिया में जहां सुविधाओं का विस्तार हो रहा है, वहीं साइबर अपराधियों के लिए यह एक नया जरिया बन गया है। इन अपराधियों के लगातार बढ़ते साइबर हमलों ने समाज में भय और अनिश्चितता का माहौल पैदा किया है। ऐसे में जागरूकता और सुरक्षा उपायों की आवश्यकता महसूस हो रही थी। इसी संदर्भ में पत्रिका रक्षा कवच अभियान ने आम जनता को साइबर अपराध से बचने और डिजिटल सुरक्षा को लेकर एक नई दिशा दी है।

जिले भर के लोग जुड़ रहे


पत्रिका द्वारा शुरू किया गया यह अभियान छतरपुर शहर सहित पूरे जिले में जबरदस्त प्रतिक्रिया पा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य लोगों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करना और उन्हें डिजिटल प्लेटफार्म पर सुरक्षित रहने के उपाय बताना था। अभियान के अंतर्गत आयोजित जागरूकता कार्यक्रमों, सेमिनारों और वर्कशॉप्स में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया और साइबर अपराधों के बारे में जरूरी जानकारी प्राप्त की।

जागरूकता कार्यक्रम लगातार जारी


पत्रिका द्वारा आयोजित साइबर सुरक्षा कार्यक्रमों की शुरुआत विभिन्न क्षेत्रों से की गई, जिनमें स्थानीय स्कूल, कॉलेज, व्यापारिक संगठन और नागरिक समितियों को भी शामिल किया गया। इन कार्यक्रमों में विशेषज्ञों ने डिजिटल सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी दी। खासतौर पर ऑनलाइन ठगी, फर्जी कॉल्स, ईमेल स्कैम और सोशल मीडिया पर होने वाले धोखाधड़ी के तरीकों के बारे में बताया गया। विशेषज्ञों ने बताया कि साइबर अपराधी कैसे सोशल मीडिया पर जाल बिछाकर और फर्जी लिंक भेजकर लोगों से उनकी व्यक्तिगत जानकारी चोरी करते हैं। साथ ही, यह भी बताया गया कि ओटीपी, पिन, पासवर्ड और बैंक खातों की जानकारी किसी से भी साझा न करें।

साइबर सुरक्षा के जरूरी उपाय


अभियान के दौरान डिजिटल सुरक्षा के लिए कई उपाय भी सुझाए गए, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण था – दो-चरणीय प्रमाणीकरण और सुरक्षित पासवर्ड प्रबंधन। इसके अलावा, साइबर सुरक्षा के उपायों में एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग, नियमित रूप से पासवर्ड बदलना और सोशल मीडिया अकाउंट्स की सुरक्षा सेटिंग्स को अपडेट रखना भी शामिल था।

नए डिजिटल सुरक्षा टूल्स का परिचय


इस अभियान में डिजिटल सुरक्षा से संबंधित कई नए टूल्स और एप्लिकेशन का भी परिचय दिया गया। इसमें खास तौर पर मोबाइल एप्लिकेशन और वेबसाइटों पर सुरक्षित लेन-देन करने के लिए उपलब्ध सिक्योरिटी फीचर्स की जानकारी दी गई। इसके अलावा, इंटरनेट बैंकिंग और ई-गवर्नेंस सेवाओं का सुरक्षित तरीके से उपयोग करने के लिए भी मार्गदर्शन किया गया।

साइबर अपराधी और उनके झांसे


कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि साइबर अपराधी किस तरह से झूठे लॉगइन पेज, फर्जी वेबसाइट्स और नकली ऐप्स का इस्तेमाल कर लोगों को धोखा देते हैं। इन अपराधियों द्वारा की जाने वाली धोखाधड़ी के तरीके दिन-प्रतिदिन बदलते जा रहे हैं। इसलिए, यह बेहद जरूरी है कि हर व्यक्ति साइबर सुरक्षा के प्रति सतर्क रहे और किसी भी संदिग्ध लिंक, कॉल या संदेश को नजरअंदाज करें।

समाज में बदलाव की उम्मीद


जागरूकता अभियान के परिणामस्वरूप, छतरपुर में अब लोग अधिक सतर्क और जागरूक हो गए हैं। जहां पहले डिजिटल अपराधों के शिकार लोग अनजान रहते थे, वहीं अब वे साइबर ठगी से बचने के लिए सतर्क और तैयार हैं। इस अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों को शामिल किया गया, ताकि साइबर अपराध के खतरे से हर वर्ग की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। विष्णु कुमार पाठक, गिन्नी राजा, सरजू साहू, देव कुमार कुशवाहा, राघवेंद्र कुशवाहा, रमेश पटेल ने कहा कि साइबर सुरक्षा से संबंधित जागरूकता अभियान के कारण अब लोग न केवल ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के लिए अपने उपकरणों और अकाउंट्स को सुरक्षित रखने के लिए तत्पर हैं, बल्कि उन्होंने सोशल मीडिया पर भी अपनी गतिविधियों को सुरक्षित रखने के उपायों को अपनाना शुरू कर दिया है। इस अभियान ने यह सिद्ध कर दिया कि सही जानकारी और शिक्षा के जरिए हम साइबर अपराधियों के बढ़ते प्रभाव को कम कर सकते हैं और समाज को डिजिटल रूप से सुरक्षित बना सकते हैं।

Hindi News / Chhatarpur / पत्रिका रक्षा कवच अभियान से जागरूक हुए लोग, साइबर अपराधियों के झांसे में नहीं आने से हो गए डिजीटल सुरक्षित

ट्रेंडिंग वीडियो