सांगवान ने बातया की इस मैच के दौरान रेलवे टीम के बस चालक ने उन्हें सलाह दी थी कि कैसे कोहली को आउट किया जा सकता है। हिमांशु ने कहा, ‘जिस बस में हम लोग यात्रा कर रहे थे, उसके चालक ने मुझसे कहा कि कोहली को चौथे-पांचवें स्टंप पर गेंद डालो जिससे वह आउट हो जाएंगे। मुझे खुद पर भरोसा था। मैं किसी की कमजोरी के बजाए अपनी मजबूती पर ध्यान केंद्रित करता हूं। मैंने अपने मजबूती से गेंदबाजी की और विकेट लेने में सफल रहा। कोहली के लिए कोई विशेष रणनीति नहीं बनाई थी। कोच ने हमसे कहा था कि दिल्ली के बल्लेबाज आक्रामक होकर खेलना पसंद करते हैं और वे सभी स्ट्रोक खिलाड़ी हैं।’
बता दें उस मैच में विराट को देखने के लिए हजारों की संख्या में फैंस स्टेडियम में आए थे। लेकिन जैसे ही कोहली बोल्ड हुए वहां सन्नाटा छा गया और दर्शक वापस लौटने लगे। उल्लेखनीय है कि विराट कोहली पिछले कुछ समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे है। विराट फॉर्म हासिल करने के लिए 12 साल बाद रणजी ट्रॉफी में खेले मैदान में उतरे थे। पिछली बार वह नवंबर 2012 में उत्तर प्रदेश के खिलाफ मैच में उतरे थे। विराट से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन वह कुछ खास नहीं कर सके थे।