लोकसभा में अखिलेश ने चौंकाया, महाकुंभ भगदड़ मामले में दिया बड़ा बयान!
Akhilesh Yadav on Mahakumbh Stampede 2025: सपा सांसद अखिलेश यादव ने महाकुंभ में भगदड़, मौतें छुपाने और शाही स्नान की परंपरा तोड़ने का आरोप लगाते हुए लोकसभा में सरकार पर सनातन परंपरा भंग करने की बात कही। आइये बताते हैं अखिलेश ने क्या कहा ?
Akhilesh Yadav in lok Sabha on Mahakumbh Stampede 2025: लोकसभा में मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान सपा सांसद अखिलेश यादव ने सदन को चौंका दिया। चर्चा की शुरुआत में अखिलेश यादव ने महाकुंभ में भगदड़ और मौत का आंकड़ा छुपाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर मेरी बात गलत है तो मैं अब अपना रिजाइन देना चाहता हूं।
अखिलेश ने कहा की “मैंने तो कई टीवी इंटरव्यू, कई समाचार चैनलों पर यह बात सुनी कि सरकार ने 100 करोड़ लोगों के आने का इंतजाम किया है और अगर 100 करोड़…अध्यक्ष महोदय अगर ये बात गलत है तो मैं रिजाइन देना चाहता हूं।” यह कहते हुए उन्होंने स्पीकर ओम बिरला की तरफ अपने हाथ में मौजूद कागज को घुमा दिया।
महाकुंभ में टूटी सनातन परंपरा
अखिलेश ने कहा की भाजपा के राज में बरसों की सनातन परंपरा टूट गई। उन्होंने कहा की शाही स्नान का मुहूर्त होता है जो ग्रह नक्षत्रों के हिसाब से होता है लेकिन सरकार ने संत समाज को शाही स्नान रद्द करने का आदेश दिया। जब देशभर में ये मुद्दा उठा तो अखाड़ों को स्नान करने का निमंत्रण दिया। इससे बरसों की सनातन परंपरा टूट गई। अखिलेश ने कहा महाकुंभ में जो लोक पुण्य कमाने आए थे वे अपने लोगों के शव साथ लेकर गए।
सपा प्रमुख ने कहा की महाकुंभ में भगदड़ के दौरान जब ये जानकारी सामने आ गई की 17 लोगों की मौत हो गई उसके बाद भी हेलिकॉप्टर से फूल बरसाए गए क्या यहीं सनातन परंपरा है ? अखिलेश ने कहा कि जहां लाशें, न जानें कितने कपड़े, साड़ियां, चप्पलें थीं, उसे जेसीबी मशीन और ट्रैक्टर ट्रॉली से उठवाया गया। उसे कहां फेंका, किसी को नहीं पता। जब उन्हें लगा कि बदबू आ रही है तो यही सरकार छिपाने लगी। यही इनका महाकुंभ का आयोजन है। उन्होंने कहा की महाकुंभ में गड़बड़ी की खबरों को सरकार ने दबाने की कोशिश की।