Mahashivratri 2025: मंडप सजाने की प्रक्रिया
यह आयोजन चार दशकों से भोपालपटनम में हो रहा है, और हर साल छत्तीसगढ़, तेलंगाना, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों के श्रद्धालु इस दिव्य आयोजन का हिस्सा बनने के लिए यहां आते हैं। इस वर्ष भी हजारों श्रद्धालु विवाह समारोह में भाग लेंगे। यह कार्यक्रम चार दिनों तक चलेगा और इसके दौरान कई धार्मिक रस्में पूरी की जाएंगी। पहले दिन मंडप सजाने की प्रक्रिया होती है, जिसमें बैल गाड़ियों से हरे पत्तों की डालियां लाई जाती हैं। इसे मंडप मण्डपाछादन कहा जाता है, और इसी दिन रात में सगाई की रस्म होती है। दूसरे दिन सुबह शिवलिंग पर अभिषेक किया जाएगा और फिर शुभ मुहूर्त में भगवान
शिव और पार्वती की शादी होगी। चौथे दिन भोज का आयोजन किया जाएगा, जिसमें श्रद्धालुओं को भव्य भोजन परोसा जाएगा।
कार्यक्रम का शुभ मुहूर्त व पूजा अर्चना शुक्रवार तक मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की जाएगी। मंगलवार: मण्डपाछादन और जलाभिषेक (सुबह 9 बजे), बारात स्वागत (रात 8 बजे) किया गया। बुधवार: अभिषेक (सुबह 4:00 से 5:30 बजे तक), हवन (सुबह 10:30 बजे से), शिव कल्याणम (दोपहर 1:30 बजे से), शोभायात्रा (रात 8 बजे)
शुक्रवार: भण्डारा भोज का आयोजन
हाईवे के दोनों ओर सजी दुकानें
Mahashivratri 2025: इस दौरान, हाइवे के दोनों ओर दुकानों की सजावट देखने को मिलेगी। दूर-दूर से दुकानदार अपनी दुकाने लेकर आते हैं और बस स्टैंड से लेकर बीटीआई चौक तक हाइवे के दोनों ओर दुकानें सजी होती हैं। इन दुकानों में आभूषण, पूजा सामग्री, खिलौने, मिठाई आदि की भरमार होती है। ये दुकानें रायपुर, भिलाई, जगदलपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर के साथ-साथ तेलंगाना और महाराष्ट्र से भी आई हैं। दुकानदारों ने एक सप्ताह पहले से अपनी दुकानें सजाना शुरू कर दिया था।