सूत्रों के अनुसार, पॉक्सो एक्ट के तहत सजा काट रहे एक कैदी ने देर रात 12.30 से एक बजे के बीच जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम पर कॉल कर मुख्यमंत्री के नाम पर धमकी दी। पुलिस ने जैसे ही कॉल ट्रेस की तो लोकेशन दौसा जिले की जेल मिली। जयपुर और दौसा पुलिस तत्काल सक्रिय हो गई।
घटना के बाद एएसपी गुरु शरण राव, नांगल डिप्टी एसपी चारुल गुप्ता और पापड़दा व नांगल थाना पुलिस की टीमों ने जेल में छानबीन शुरू की। इस दौरान जेल में बंदियों के पास से मोबाइल फोन बरामद होने की बात सामने आई है। फिलहाल पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आखिर जेल में मोबाइल कैसे पहुंचा।
यह पहली बार नहीं है जब मुख्यमंत्री को जेल से धमकी मिली हो। सात महीने पहले भी इसी जेल में बंद एक अन्य कैदी ने जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम को फोन कर सीएम को जान से मारने की धमकी दी थी। तब भी पुलिस ने जेल में तलाशी अभियान चलाकर मोबाइल जब्त किए थे और इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले भी 13 महीने पहले जयपुर की सेंट्रल जेल से इसी तरह की धमकी दी गई थी। इस तरह की घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि जेलों में मोबाइल की घुसपैठ पर पूरी तरह से रोक नहीं लग पाई है।