माना जा रहा है कि मार्च के अंत तक यह कार्य पूरा हो जाएगा। प्रथम प्रवेश द्वार पर अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पूरा कायाकल्प किया जा रहा है। करीब साढ़े 24 करोड़ रुपए में प्रवेश व निकास द्वार, सर्कुलेटिंग एरिया, स्टेशन अधीक्षक कक्ष, स्टेशन मास्टर कक्ष, कैरीज सीएनडब्लू कक्ष, हैंड टीसी कक्ष, सीटीआई कक्ष, सीएमआई कक्ष, टिकट विंडोज, वेटिंग हाल, टीआई कक्ष, चौड़ी सडक़ें सहित यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अन्य निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। निर्माण में रेलवे स्टेशन के सौन्दर्य का विशेष ध्यान रखा गया है।
स्टेशन के बाहर लहराता नजर आएगा तिरंगा
भवन के बाहर राजस्थान स्थापत्य कला का बेजोड़ नमूना लाल पत्थर लगाया जा रहा हैं। जिसमें नक्काशीदार जालियां भी लगाई जा रही हैं। इसके साथ ही स्टेशन के बाहर एक लंबे पोल पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा भी लहराता नजर आएगा। जो यात्रियों को आकर्षित करेगा। ड्रॉप और पिकअप एरिया में हैरिटेज लुक वाली लाइट भी लगाई गई हैं।
फुट ओवरब्रिज का कार्य तेजी से जारी
बांदीकुई जंक्शन पर वर्षों पुरानी फुट ओवरब्रिज की जगह नया फुट ओवरब्रिज बनाया जा रहा हैं। जिसका कार्य भी तेजी से चल रहा हैं। एफओबी का फाउण्डेशन तैयार कर लिया गया है। साथ ही लोहे की बड़ी गाडर भी आ चुकी हैं। जिसको जल्द ही बनाए फाउण्डेशन पर रखा जायेगा। यह ओवरब्रिज यात्री भार व सुविधा को देखते हुए काफी चौड़ा बनाया जा रहा हैं। रेल सूत्रों की माने तो बालाजी मंदिर की ओर बन रहे फुट ओवरब्रिज पर रैम्प या एक्सीलेटर लगाया जाएगा। वहीं आरपीएफ थाने के पास बने एफओबी पर लिफ्ट लगाने की योजना है। फुटओवर ब्रिज का निर्माण दिव्यांग और वृद्धजन यात्रियों को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है।
पार्किंग एरिया तैयार
जंक्शन पर विकास कार्यों में यात्री सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा गया हैं। प्रथम प्रवेश द्वार पर पार्किंग का भी विशेष ध्यान रखा गया हैं। पहली बार दुपहिया और चौपहिया वाहनों के लिए पार्किंग एरिया विकसित किया गया हैं। कैरिज एरिया के पास दुपहिया वाहन की पार्किंग विकसित की गई है तो वहीं रेलवे पोस्ट ऑफिस के सामने प्रथम प्रवेश द्वार पर पुरानी पार्किंग क्षेत्र के एरिया में वृद्धि कर चौपहिया वाहन पार्किंग बनाई गई हैं।
यह भी पढ़ें वर्तमान समय में पार्किंग स्थल पर कंस्ट्रक्शन का सामान रखा होने की वजह से फिलहाल पार्किंग शुरू नहीं हो पा रही हैं। माना जा रहा हैं कि मार्च के बाद टैंडर प्रक्रिया पूरी कर इन पार्किंग को शुरू कर दिया जाएगा। जिससे रेल यात्रियों को सुविधा मिल सकेगी। प्रथम प्रवेश द्वार पर कोरोना काल वर्ष 2020 के बाद से पार्किंग सुचारू नहीं हो सकी।