11 मार्च कांग्रेस नेता भूपेन्द्र सिंह पुत्र गजेन्द्र सिंह उर्फ भूरी सिंह को आरोपी देवी सिंह पुत्र लायक सिंह, तपेन्द्र पुत्र हरी सिंह ठाकुर,रंजीत पुत्र प्रमोद ठाकुर व 4-5 अज्ञात व्यक्तियों ने लाठी डन्डों से हमला कर मरणासन्न स्थिति में कर मौके से भाग गए थे। जिसके बाद भूपेन्द्र सिंह को इलाज के लिए आगरा के निजी अस्पताल ले जाया गया लेकिन बुरी तरह घायल भूपेन्द्र सिंह ने 12 मार्च को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस पर पुलिस तुरंत सक्रिय हो गई और अरोपियों की तलाश में थानाधिकारी रामकिशन यादव के नेतृत्व में टीम गठित कर साइबर सेल धौलपुर का सहयोग लिया गया व पुलिस टीम के लगतार प्रयासों से प्रकरण में वांछित आरोपियों में से तपेन्द्रसिहं पुत्र हरीसिंह ठाकुर निवासी वार्ड नं. 10 हाट मैदान थाना राजाखेड़ा को सोमवार गिरफ्तार किया है।
7 प्रकरणों में आरोपित है तपेन्द्र तपेन्द्र सिंह के थाने में सात प्रकरण दर्ज हैं। इनमे आम्र्स एक्ट के साथ हत्या का प्रयास जैसे गंभीर अपराध भी शामिल हैं। हथियार के साथ तो इसे कई बार पकड़ा जा चुका है। फरवरी माह में इसे पुलिस एक्ट में भी गिरफ्तार किया जा चुका हैं। शेष आरोपी देवी सिंह उर्फ , वरंजीत पुत्र प्रमोद ठाकुर, रामनरेश पुत्र लोकमन ठाकुर निवासी दिघी थाना राजाखेड़ा, विजयपाल पुत्र विशम्भर ठाकुर निवासी दिघी थाना राजाखेडा की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
घटना के बाद भाग निकला था इंदौर थाना प्रभारी यादव ने बताया कि तपेन्द्र सिंह घटना के बाद अपने साथियों के साथ यहां से इंदौर (एमपी) चला गया और वहां से इसके दो साथी इसको छोडक़र अन्यंत्र चले गए। इसके बाद यह अपनी बहन के पास चला गया था। सूचना मिलते ही जिला पुलिस अधीक्षक ने इंदौर के एसपी से फोन वार्ता कर थाना चंदननगर पुलिस के माध्यम से हिरासत में लिया गया। जिसके बाद राजाखेड़ा पुलिस ने वहां पहुंचकर तपेन्द्र को अपने कब्जे में लिया।
घटना का कारण यादव ने बताया कि 2 मार्च को मृतक पक्ष एवं आरोपी देवी सिंह उर्फ देवा को मध्य मामूली बात पर कहासुनी हो गई थी। उसी कहासुनी से दूसरे दिन पुन: कहासुनी होकर झगड़ा हो गया जिससे देवी सिंह उर्फ देवा के सिर में चोट आ गई। जिसका प्रकरण थाने में पंजीबद्ध है। उसी की रंजिश निकालने के लिए देवी सिंह उर्फ देवा तथा उसके साथियों ने सोची समझी रणनीति एवं षड्यंत्र के तहत भूपेन्द्र सिंह की हत्या कर दी।