मदन सिंह रावत (68) निवासी बन्हैरी (आरोन) ने बताया सरपंच विक्रम रावत की हत्या के कुछ घंटे बाद 32 से परिवारों के घर और खेत को फूूंकने और उजाडने वाले अब फिर सिर उठा रहे हैं। यह लोग चाहते हैं पीडि़त परिवार इनके खिलाफ कोर्ट में चुप रहें। इनसे राजीनामा करें। मदन का कहना है रविवार सुबह वह घर पर थे तब भारत सिंह रावत के साथ 20-25 लोगों ने रिवाल्वर, तमंचे, बंदूकें लाकर उनका घर घेर लिया। इनके साथ महिलाएं भी लाठी, कुल्हाडी लेकर आई थीं। हालात भांप कर उनका परिवार घर की छत पर चढ़ गया। आसपास रहने वाले भी दहशत में आ गए।
सीधी धमकी राजीनामा करो वरना मार देंगे
मदन ने पुलिस को बताया, हथियारों से लैस होकर आए इन लोगों ने सीधे धमकाया कि हमारे खिलाफ आगजनी और उपद्रव का केस दर्ज कराया है उसमें राजीनामा कर लो, वरना जान से मार देंगे। यह लोग राजीनामे की हामी भरवाने के लिए लडऩे पर उतारू हो गए।
वीडियो बनाया, इन पर एफआइआर
पुलिस का कहना है हथियारों की दम पर राजीनामे के धमकाने की कोशिश करने वालों का मदन सिंह रावत के परिजन और पड़ोसियों ने वीडियो भी बना लिया। फुटेज में मदन सिंह पुत्र नारायण सिंह रावत, भारत सिंह पुत्र नारायण सिंह रावत, उम्मेद सिंह पुत्र जनकसिंह रावत, हरकंठ पुत्र दामोदर रावत, अजब सिंह पुत्र नंदकिशोर रावत, गौतम पुत्र सुरेन्द्र सिंह रावत, प्रदीप पुत्र सुरेन्द्र सिंह रावत, मोनू पुत्र दामोदर रावत, राजू पुत्र मंगल रावत, संजय पुत्र मंगल रावत, ओमप्रकाश पुत्र नारायण सिंह रावत निवासी बन्हेरी गांव, सुरेन्द्र पुत्र कुमेर सिंह रावत, भूरा पुत्र जनकसिंह रावत, जंडेल पुत्र दामोदर रावत के अलावा उमा पत्नी हरकंठ रावत, पार्वती पत्नी भारत सिंह रावत, प्रीति पत्नी उम्मेदसिंह रावत, ऊषा पत्नी इंद्रसिंह रावत, सोमा पत्नी रामलखन अनीता पत्नी सुरेन्द्र रावत बन्हैरी गांव आरोन के खिलाफ केस दर्ज किया है।
यह है मामला
9 अक्टूबर 2023 की सुबह बन्हैरी गांव के सरपंच विक्रम सिंह रावत की कांतिनगर में पांच लोगों ने गोलियों से भूनकर हत्या की थी। उस वक्त विक्रम सिंह रावत वकील के घर आए थे। उनकी हत्या के बाद गांव में उनके समर्थकों ने उपद्रव कर दिया था। उत्पातियों ने 32 घरों को आग लगाई थी। बुलडोजर से घर तोड़े थे। उनमें लूटपाट की थी। विरोधी परिवारों की फसलें लूटी थीं। इस मामले में पुलिस ने 68 लोगों पर केस दर्ज किया था। गांव में उत्पात से घबरा कर पीडि़त परिवारों के लोग गांव छोडक़र भाग गए थे।