आजकल गलत खानपान, बिगड़ी दिनचर्या और बढ़ते स्ट्रेस की वजह से किडनी से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। कुछ लोगों को इस बीमारी का खतरा औरों से ज्यादा होता है। अगर आप भी इन 5 तरह के लोगों में से हैं तो आपको अभी से सावधान हो जाना चाहिए।
1. डायबिटीज यानी शुगर के मरीज
डायबिटीज यानी मधुमेह वाले लोगों को किडनी की बीमारी (Kidney Problem) का खतरा सबसे ज्यादा होता है। जब खून में शुगर का स्तर लगातार ज्यादा रहता है तो यह किडनी की छोटी-छोटी रक्तवाहिनियों को नुकसान पहुंचाता है। इससे किडनी धीरे-धीरे काम करना बंद कर देती है। इसे डायबिटिक नेफ्रोपैथी कहा जाता है। ऐसे मरीजों को समय-समय पर किडनी की जांच जरूर करवानी चाहिए। यह भी पढ़ें: Foods To Avoid Kidney Disease: गर्मी में अगर किडनी से जुड़ी बीमारी है तो इन 6 चीजों से बनाएं दूरी, वरना बढ़ सकती है परेशानी 2. हाई ब्लड प्रेशर वाले लोग
जिनका बीपी हमेशा ज्यादा रहता है उन्हें भी किडनी की दिक्कत जल्दी हो सकती है। लगातार हाई ब्लड प्रेशर रहने से किडनी पर दबाव बढ़ता है और वो धीरे-धीरे खराब होने लगती है। इसलिए बीपी को कंट्रोल रखना बहुत जरूरी है।
3. मोटापे से परेशान लोग
अगर आपका वजन बहुत ज्यादा है तो यह किडनी पर भी असर डालता है। मोटापा डायबिटीज और हाई बीपी का कारण बनता है और ये दोनों ही किडनी के लिए नुकसानदायक हैं। साथ ही मोटे लोगों की किडनी को ज्यादा काम करना पड़ता है, जिससे वो जल्दी थक जाती है। यह भी पढ़ें: Vitamins For Liver: लिवर को खराब कर सकते है ये विटामिन, भूल से भी नहीं होने दें शरीर में इसकी कमी 4. बार-बार दवा खाने वाले लोग
अगर कोई लंबे समय तक दर्द निवारक दवाएं (जैसे पेनकिलर) या एंटीबायोटिक दवाएं बिना डॉक्टर की सलाह के लेता है तो इससे किडनी पर बुरा असर पड़ सकता है। कई बार कुछ हर्बल या आयुर्वेदिक दवाओं में भी ऐसे तत्व होते हैं जो किडनी को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए दवा का सही इस्तेमाल और डॉक्टर से परामर्श के बाद ही खाएं।
5. जिनके परिवार में किसी को किडनी की बीमारी रही हो
अगर आपके माता-पिता या किसी नजदीकी रिश्तेदार को किडनी की दिक्कत रही है तो आपको भी यह बीमारी होने की संभावना हो सकती है। ऐसे में जरूरी है कि आप समय-समय पर जांच कराते रहें और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं। डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।