राजस्थान में प्रारंभिक शिक्षक बनने के लिए आयोजित की जाने वाली प्री डीएलएड (पूर्व बीएसटीसी) परीक्षा 2025 इस बार कई मायनों में खास बन गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इसके पीछे सबसे बड़ा कारण शिक्षण को महिलाओं द्वारा सुरक्षित और सम्मानजनक करियर के रूप में देखना है। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में बालिकाओं की शिक्षा को लेकर बढ़ती जागरूकता, सरकार की योजनाएं, और नजदीकी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों की सुविधा ने भी इस रुझान को बढ़ावा दिया है।
17 अप्रैल आखिरी मौका
VMOU कोटा के समन्वयक डॉ. रवि गुप्ता ने बताया कि आवेदन की अंतिम तिथि 17 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है, जिससे और भी महिला अभ्यर्थी आवेदन कर सकेंगी। परीक्षा 1 जून को प्रदेश के 41 जिलों में आयोजित होगी।
इस बार भाषा के अनुसार ही प्रश्न पत्र दिए जाएंगे—हिंदी माध्यम के आवेदकों को हिंदी में और अंग्रेजी माध्यम वालों को अंग्रेजी में। इसके अलावा, आवेदन में गलती करने वाले अभ्यर्थियों के लिए 100 रुपये शुल्क के साथ करेक्शन विंडो भी खोली गई है।
बीते साल 2024 में इस परीक्षा में 6.45 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन हुए थे और करीब 5.95 लाख कैंडिडेट्स ने परीक्षा दी थी। इस बार फिलहाल आवेदन संख्या कम है, लेकिन अंतिम तारीख तक इसमें वृद्धि की संभावना है।
बढ़ती महिला भागीदारी यह स्पष्ट करती है कि आने वाले वर्षों में शिक्षा क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका और अधिक प्रभावशाली होने जा रही है।