भाभड़ा, चतुर्वेदी, कौशल, शर्मा व जोशी ने संभाली जिम्मेदारी
भारतीय जनता पार्टी में बनाए गए प्रदेशाध्यक्षों में ब्राह्मणों का वर्चस्व रहा है। प्रदेश में सात ब्राह्मण नेताओं ने करीब 24 साल तक इस पद को संभाला है। इसके अलावा दो कायस्थ, दो राजपूत, दो वैश्य, एक जाट व अन्य जाति के अध्यक्ष बनें। राजस्थान में हरिशंकर भाभड़ा, ललित किशोर चतुर्वेदी, भंवरलाल शर्मा, डॉ महेश चंद शर्मा, रघुवीर सिंह कौशल, अरूण चतुर्वेदी और डॉ सीपी जोशी ब्राह्मण प्रदेशाध्यक्ष रहे।अध्यक्ष नहीं बने भैरोंसिंह शेखावत
भाजपा के दिग्गज नेता भैरोंसिंह शेखावत एक बार जनसंघ और दो बार भाजपा से प्रदेश के मुख्यमंत्री तो रहे, लेकिन कभी भी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नहीं बनें। भैरोसिंह शेखावत वर्ष 1977-80, वर्ष 1990-92 और वर्ष 1993-98 तक तीन बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रहें। इसमें पहली बार वे जनसंघ से और उसके बाद दो बार भाजपा से मुख्यमंत्री बनें। शेखावत देश के उपराष्ट्रपति भी रहे।दो बार सीएम, दो बार अध्यक्ष रही राजे
प्रदेश भाजपा में वसुंधरा राजे एक मात्र ऐसी नेता हैं, जो कि दो बार मुख्यमंत्री रहीं और दो बार प्रदेशाध्यक्ष भी रही। यहीं नहीं ये रिकॉर्ड है कि उनके अध्यक्षीय कार्यकाल के दौरान दोनों बार भाजपा भारी बहुमत से जीती और सरकार बनाई। राजे वर्ष 2002-03 में पहली बार पार्टी अध्यक्ष बनी और विधानसभा चुनाव में पार्टी को जीत दिलाई। इसके बाद वर्ष 2013-14 में पुनः अध्यक्ष बनी और पार्टी ने प्रदेश में एतिहासिक जीत दर्ज की।भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष
जगदीश प्रसाद माथुर – वर्ष 1980-81हरिशंकर भाभड़ा – वर्ष 1981-86
भंवर लाल शर्मा – वर्ष 1986-88/2000-02
ललित किशोर चतुर्वेदी – वर्ष 1988-89/2003-06
रामदास अग्रवाल – वर्ष 1990-97
रघुवीर सिंह कौशल – 1997-99
गुलाबचंद कटारिया – वर्ष 1999-2000
वसुंधरा राजे – वर्ष 2002-03/2013-14
डॉ महेश चन्द शर्मा – वर्ष 2006-08
ओमप्रकाश माथुर – वर्ष 2008-09
अरूण चतुर्वेदी – वर्ष 2009-13
अशोक परनामी – वर्ष 2014-18
मदनलाल सैनी – वर्ष 2018-19
डॉ सतीश पूनिया – 2019-23
डॉ सीपी जोशी – 2023—24
मदन राठौड़ — वर्तमान
भाजपा के मुख्यमंत्री
भैरोसिंह शेखावत – वर्ष 1977-80 जनसंघ से, वर्ष 1990-92 और वर्ष 1993-98 भाजपा से। करीब 7 साल 11 माह मुख्यमंत्री रहे।वसुंधरा राजे – वर्ष 2003-08, वर्ष 2013-18 भाजपा से। दस साल मुख्यमंत्री रहीं।
भजनलाल शर्मा — वर्ष 2023 से जारी।