जयपुर। ’अपने से उच्च पद पर बैठे किसी व्यक्ति जैसा बनने का लक्ष्य, हमें केवल उस जैसा ही बना सकता है, लेकिन यदि हम उच्च पद पर बैठे व्यक्ति की अच्छाई ग्रहण कर आगे बढ़ते जाएं, खुद को निखारें तो हम उससे भी अधिक उच्च पद पर पहुंच सकते हैं।
’ यह कहना है लेखक नवीन चौधरी का। जिन्होंने मंगलवार को पत्रिका बुक फेयर के चौथे दिन हुए सत्र में अपनी पुस्तक ‘खुद से बेहतर’ पर चर्चा की। चौधरी ने कहा कि खुद को बेहतर बनाने के लिए जरूरी है कि व्यक्ति सबसे पहले खुद को पहचाने। अपनी काबिलियत, कमजोरी और शक्ति जैसे मुद्दों पर आत्म मंथन करे।
उन्होंने कहा कि हिंदी के पाठक दिनों-दिन बढ़ रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी हिंदी का जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पढ़ाई-लिखाई के साथ वर्तमान में लाइफ स्किल पर फोकस करना जरूरी है। क्योंकि इसकी कमी आपको आगे जाने में रुकावट पैदा करती है।