महाकुंभ ने बदला पर्यटन का ट्रायंगल, अब प्रयागराज, अयोध्या से होकर जयपुर आ रहे पर्यटक
Tourism Triangle Changed : जयपुर में आने वाले विदेशी पावणों में इन दिनों अपना रूट बदला है। गोल्डन ट्रायंगल दिल्ली, जयपुर, आगरा के बजाय इन दिनों पर्यटक प्रयागराज, अयोध्या, काशी होकर जयपुर पहुंच रहे हैं। जानें वजह क्या है?
Tourism Triangle Changed : जयपुर में आने वाले विदेशी पावणों में इन दिनों अपना रूट बदला है। गोल्डन ट्रायंगल दिल्ली, जयपुर, आगरा के बजाय इन दिनों पर्यटक प्रयागराज, अयोध्या, काशी होकर जयपुर पहुंच रहे हैं। महाकुंभ के चलते पर्यटक वाराणसी से प्रयागराज पहुंच रहे हैं, वहां से अयोध्या श्रीराम मंदिर दर्शन करने के बाद जयपुर आ रहे हैं। इससे धार्मिक पर्यटन भी बढ़ रहा है। जयपुर में ऐतिहासिक स्थलों के देखने के बाद यहां के मंदिरों को देखना पसंद कर रहे हैं। इसके बाद खाटूश्यामजी के दर्शन करने पहुंच रहे हैं।
तीन सप्ताह से जयपुर में बढ़ी विदेशी पर्यटकों की संख्या
पर्यटन विशेषज्ञों के अनुसार, पिछले तीन सप्ताह से जयपुर में विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। महाकुंभ के चलते विदेशी पर्यटकों ने अपना रूट बदला है। इनमें अप्रवासी भारतीय भी बड़ी संख्या में शामिल है। पर्यटक अब ऐतिहासिक स्थलों व हैरिटेज के साथ धार्मिक स्थलों को देखना पसंद कर रहे हैं। जयपुर में भी पर्यटक यहां मंदिरों के दर्शन करने पहुंच रहे हैं।
विदेशी पर्यटकों का बढ़ रहा आध्यात्मिकता की ओर रुझान – हुसैन खान
होटल फैडरेशन ऑफ राजस्थान के अध्यक्ष हुसैन खान ने बताया कि महाकुंभ में स्नान करने के साथ साधुओं की दिनचर्या और महाकुंभ की गतिविधियां इन पर्यटकों को काफी आकर्षित कर रही है। उनका आध्यात्मिक जीवन दर्शन उन्हें लुभा रहा है। खास यह है कि विदेशी पर्यटकों का आध्यात्मिकता की ओर रुझान बढ़ रहा है।
खाटू श्यामजी का मेला 28 फरवरी से शुरू होगा। इससे पहले ही खाटू श्यामजी के दर्शन करने वाले पर्यटक आने लगे हैं। इनमें अप्रवासी भारतीयों की संख्या अधिक है। ये पर्यटक जयपुर के बाद खाटू श्यामजी जाएंगे। खाटू मेला 11 मार्च तक चलेगा। इसमें 40 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। इसे लेकर मुख्य सचिव भी खाटू मेले की तैयारियों को लेकर बैठक ले चुके हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि अब अगले माह तक राजस्थान में धार्मिक पर्यटन परवान पर रहेगा।