जयपुर।नेहरू युवा केंद्र संगठन, जयपुर द्वारा अंतरराज्यीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के तीसरे दिन युवाओं ने जयपुर के ऐतिहासिक स्मारकों और सांस्कृतिक स्थलों का भ्रमण किया। इस शैक्षिक यात्रा का उद्देश्य युवाओं को राजस्थान की समृद्ध विरासत और स्थापत्य कला से परिचित कराना था।
युवाओं ने सबसे पहले आमेर किले का भ्रमण किया, जहां उन्होंने किले की भव्यता, इतिहास और स्थापत्य कला को नजदीक से देखा। इसके बाद उन्होंने हवामहल, जलमहल और जंतर-मंतर का दौरा किया। प्रतिभागियों ने अल्बर्ट हॉल का भी अवलोकन किया।
पुस्तक मेले में पहुंचे
दिन के अंत में प्रतिभागी जवाहर कला केंद्र में चल रहे पुस्तक मेले में पहुंचे, जहां उन्होंने विभिन्न विषयों की पुस्तकों का अवलोकन किया और साहित्य की दुनिया में रुचि दिखाई। युवाओं ने इस पूरे अनुभव को आनंददायक और ज्ञानवर्धक बताया।
‘बॉडी की पसंद और नापसंद पर फोकस करने की जरूरत’
जयपुर। ‘दुनिया में सबसे स्ट्रॉन्ग और सबसे वीक चीज हमारा माइंड है, जो हमारी सोच के मुताबिक काम करता है। कई बार हम खुद ही अपने बारे में ऐसी कहानियां गढ़ लेते हैं और उसे सोच-सोचकर डरने लगते हैं, जिनका सच्चाई से लेना-देना नहीं होता।
इसलिए प्रत्येक मामले में खुद पर कंट्रोल रखने की बहुत जरूरत है।’ यह कहना है संजीव एस. चौधरी का। उन्होंने पत्रिका बुक फेयर में अपनी पुस्तक ’हेल्दी एवर आटर’ पर चर्चा की। कहा, अपनी बॉडी की पसंद-नापसंद पर फोकस करना बहुत जरूरी है।