बेनीवाल के आह्वान पर रविवार को मानसरोवर में युवा आक्रोश महारैली का आयोजन किया गया। इस दौरान बेनीवाल ने कहा कि राज्य सरकार सोमवार को हाईकोर्ट में पुलिस उप निरीक्षक भर्ती रद्द करने की मांग को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान विरोध नहीं करे। उन्होंने आरोप लगाया कि भर्ती पर खामोश रहकर सरकार इसमें लिप्त मंत्रियों और अफसरों को बचाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि मैं यहां उस मां की ओर से बोल रहा हूं, जो खेत बेचकर बेटे को पढ़ा रही है। उस नौजवान की ओर से बोल रहा हूं, जो भूखे पेट कोचिंग में बैठता है और फिर भी हार नहीं मानता।
पेपरलीक मामले में कांग्रेस-भाजपा एक जैसे ही
उन्होंने पेपरलीक पर कांग्रेस और भाजपा दोनों में समानता का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अब तक तो पेपरलीक होते थे, लेकिन अब ओएमआर ही बदलने की तकनीक अपना ली है। बेनीवाल ने कहा कि आरपीएससी जैसी संवैधानिक संस्था भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुकी है, इसको भंग कर पुनर्गठन किया जाए। इसमें सदस्य के रूप में योग्य और ईमानदार अधिकारी शामिल किए जाएं। उन्होंने सेना में अग्निवीर भर्ती करने की योजना पर विरोध दोहराया, वहीं आरोप लगाया कि बीकानेर में हुई प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली में पूरी सरकारी मशीनरी और मंत्रियों के ताकत झोंकने के बावजूद भीड़ कम रही।
सरकार की ओर से दिया गया आश्वासन
महारैली के अंत में जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ और संभागीय आयुक्त पूनम भी मंच पर पहुंचे। बेनीवाल से वार्ता के बाद उन्होंने महारैली में शामिल लोगों को भरोसा दिलाया कि युवाओं के मुद्दों को सरकार गंभीरता से ले रही है। महारैली में उठी सभी मांगों को उच्च स्तर तक पहुंचाया जाएगा।