बता दें कि जहां रविवार को दिन भर आकाश में बादल छाए रहने से अधिकतम तापमान 31.7 डिग्री रहा, वहीं न्यूनतम 24.6 रिकॉर्ड किया गया। दिन में हवा में नमी का प्रतिशत 80 से 97 प्रतिशत तक रहा। गत दिवस की तेज बारिश का पानी शहर के कई निचले इलाकों में रविवार तक भी भरा रहा। मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार, सोमवार को भी जैसलमेर शहर सहित जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश हो सकती है।
ग्रामीणों और किसानों में खुशी का माहौल
मोहनगढ़ क्षेत्र में लगातार तीसरे दिन भी बारिश के होने से ग्रामीणों और किसानों में खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है। शनिवार की रात में भी रुक-रुक कर बूंदाबांदी होती रही। रविवार सुबह आसमान में घने बादल छाए रहे। घने बादलों की वजह से कभी-कभी अंधेरा भी छाने लगा। अपराह्न 3:00 बजे के बाद आसमान में घने बादलों के छाने के साथ ही रिमझिम बरसात का दौर शुरू हो गया। लगभग 1 घंटे तक रिमझिम बारिश होती रही।

परनालों से पानी बहने लगा, वहीं गली मोहल्लों में भी सड़कों पर पानी बहता नजर आया। कस्बे के मुख्य बाजार में बरसाती पानी इकट्ठा हो गया। इस वजह से राहगीरों और व्यापारियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। बरसात के होने से किसानों, पशुपालकों और ग्रामीणों में खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है। पिछले दो दिन से आसमान में बादलों के छाए रहने से मौसम काफी सुहावना हो गया।
ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश से खेतों और तालाबों में भरा पानी
पोकरण क्षेत्र में दो दिनों तक लगातार हुई बारिश के बाद रविवार को दिनभर आसमान में बादलों का पहरा रहा। हालांकि, दिन में कई बार रिमझिम फुहारें चली, लेकिन तेज बारिश नहीं हुई। कस्बे के तहसील कार्यालय में लगे रेनगेज के अनुसार शुक्रवार को 50 और शनिवार को 68 कुल 118 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। रविवार सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए थे।

दोपहर में काली घनघोर घटाएं छा गई, जिससे मौसम बारिश जैसा हो गया, लेकिन शाम तक बारिश नहीं हुई। देर शाम तक भी आसमान में काले बादल छाए हुए थे और तेज हवा का दौर चलता रहा। जिससे मौसम ठंडा व सुहावना बना रहा। दो दिन की बारिश से कस्बे के तालाबों में पानी की अच्छी आवक हुई है।
गांवों में अच्छी बारिश
पोकरण के ग्रामीण क्षेत्रों में भी शुक्रवार व शनिवार को तेज बारिश का दौर चला, जिससे गांवों के तालाबों, नाडियों, खड़ीनों में पानी की अच्छी आवक हुई है। साथ ही खेतों में भी पानी जमा हो गया है। अच्छी बारिश से किसानों के चेहरों पर रौनक नजर आ रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश से ढाणियां जलमग्न, लोग घरों में कैद
पोकरण के ग्रामीण क्षेत्रों में शनिवार को हुई तेज बारिश के कारण कई गांवों में खड़ीन लबालब हो गए। नदी-नालों से बहकर और खड़ीनों से ओवरफ्लो हुआ पानी कई ढाणियों के आसपास जमा हो गया, जिससे ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। शनिवार को ग्रामीण क्षेत्रों में करीब दो घंटे तक तेज मूसलाधार बारिश का दौर चला। ऐसे में तालाबों, नाडियों, खड़ीनों में पानी की अच्छी आवक हुई है।
ग्राम पंचायत माड़वा, रातडिय़ा, झलारिया क्षेत्र में कई जगहों पर गांवों व ढाणियों के आसपास पानी जमा हो गया। विशेष रूप से माड़वा गांव की कई ढाणियां जलमग्न हो गई। माड़वा गांव के हसनखां की ढाणी, सरपंच फजलदीन की ढाणी, भीलों की ढाणियों के चारों तरफ बारिश का पानी जमा हो जाने से उनका घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है।

बल्लू सिंह की ढाणी से पनजी का बेरा, तेलीवाड़ा, सोढ़ों की ढाणियों व गांव से पश्चिम-दक्षिण दिशा से बहकर आने वाला पानी इन खड़ीनों में भरने के साथ इन ढाणियों के आसपास फैल जाता है। यह पानी आगे गुड्डी रिण में जाकर गिरता है। गत कई दिनों से निकासी के मार्ग बंद होने के कारण खड़ीनों व इन ढाणियों के चारों तरफ पानी जमा हो गया है।
इसके अलावा पानी के तेज बहाव के कारण देवलपुरा बेलदारों की ढाणी कच्चा सड़क मार्ग टूट गया है, जिससे देवलपुरा से बेलदारों की ढाणी का आवागमन बंद पड़ा है। पोकरण से जाने वाले ग्रामीणों को माड़वा गांव से होकर जाना पड़ रहा है।
बाढ़ बचाव को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड में
जैसलमेर में संभावित भारी वर्षा और बाढ़ की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। जिला कलेक्टर प्रताप सिंह की निगरानी में सभी विभागों को अलर्ट पर रखा गया है। आपात स्थिति से निपटने के लिए जिला स्तर पर कंट्रोल रूम सक्रिय कर दिया गया है, जहां से 24 घंटे निगरानी की जा रही है। कंट्रोल रूम का दूरभाष नंबर 02992-250082 सार्वजनिक किया गया है, जिस पर नागरिक जलभराव, सड़क क्षति, विद्युत बाधा या अन्य किसी आपदा से जुड़ी सूचना दे सकते हैं।

प्रशासन ने निचले इलाकों की पहचान कर राहत टीमों की तैनाती कर दी है। मोटर पंप, ट्रैक्टर, जेसीबी सहित अन्य संसाधन तैयार रखे गए हैं। सभी उपखंड अधिकारी, नगर परिषद, जन स्वास्थ्य, जलदाय, विद्युत, पुलिस और आपदा प्रबंधन विभाग को संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग को प्राथमिक उपचार किट और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने, जबकि विद्युत विभाग को आपूर्ति सुचारु बनाए रखने को कहा गया है। राहत केंद्रों और सुरक्षित स्थानों की पूर्व तैयारी भी पूरी कर ली गई है। जिला कलेक्टर ने आमजन से अफवाहों से बचने, सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन से संपर्क करने की अपील की है।