भील समाज के व्यक्ति पर चोरी का झूठा आरोप लगाकर गांवों में मारपीट कर जुलूस निकालने के विरोध में शुक्रवार को भील समाज के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को असनावर थाने पर प्रदर्शन किया। इससे पहले भील समाज के लोगों ने कस्बे में रैली निकाली। लोग रैली के रूप में थाने पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष अरविंद भील ने बताया कि जूनाखेड़ा व धानोदा गांव में प्रभावशाली व्यक्तियों ने भील समाज के व्यक्ति पर चोरी का झूठा आरोप लगाकर निर्ममता से मारपीट करते हुए जुलूस निकाला। इन प्रभावशाली लोगों ने भील समाज को नीचा दिखाने के लिए गांवों में जुलूस निकाले। जो कानून के विरुद्ध एवं असहनीय हैं। जिसके विरोध में शुक्रवार को असनावर थाने पर प्रदर्शन कर एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करवाया गया।
अरविन्द भील ने कहा कि भविष्य में इस प्रकार कानून के विरुद्ध किसी भी व्यक्ति को लज्जित किया तो भील समाज के लोग उग्र तरीके से विरोध करने की चेतावनी दी। थाने में विरोध प्रदर्शन करने वालों में असनावर तहसील अध्यक्ष बजरंगलाल भील, रामदयाल सांखला, गोपाल सांखला, पूर्व सरपंच कन्हैयालाल भील, बंशीलाल भील, जनपद राधेश्याम भील, आशीष भील, संरक्षक फूलचंद मेड़ा, भेरूलाल, लालचंद, बलराम, भंवरलाल, भोजराज कोतवाल, घीसालाल, राजेंद्र भील, बलवान भील, चंद्रप्रकाश, मोहन भील, चांदमल भील, ओम दोहीदा, रामप्रसाद, श्याम मुनीम, रमेश सहित सैकड़ों भील समाज के लोग शामिल रहे।
जूनाखेड़ा में बगीचे में संतरे की चोरी करने के आरोप में दो जनों को ग्रामीणों ने पकड़कर गांवों में मारपीट करते हुए जुलूस निकालने की रिपोर्ट मिली है। धारा 3 में मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है। किसी भी व्यक्ति को लज्जित करने के लिए जुलूस निकालना कानून के विरुद्ध है। दूसरे पक्ष की ओर से भी चोरी की रिपोर्ट मिली है। मामले की जांच की जा रही है।
मोहन चंद वर्मा, थानाधिकारी असनावर