पुलिस ने जाल बिछाया था, कांस्टेबल ने भगा दिए थे तस्कर
गत 24 फरवरी की रात मादक पदार्थ से भरी एसयूवी के आने की सूचना पर डीएसटी ग्रामीण और बिलाड़ा थाना पुलिस ने थाने के सामने नाकाबंदी की थी। उसे लग्जरी कार एस्कॉर्ट कर रही थी। पुलिस उन्हें पकड़ पाती उससे पहले तस्करों ने यू-टर्न लेकर दोनों कारें भगा दी थी। वे गलत दिशा से होकर खारिया मीठापुर की तरफ से ब्यावर जिले में चले गए थे, जहां आनंदपुर कालू थाना पुलिस की मदद लेकर नाकाबंदी की गई थी। चारों तरफ से घिरने पर खराड़ी गांव में तस्कर दोनों कारें लावारिस छोड़कर भाग गए थे। एसयूवी से 393 किलो डोडा पोस्त, 12 बोर डबल बैरल गन, 26 जिंदा कारतूस व छह नम्बर प्लेटें मिली थी। आनंदपुर कालू थाने में एफआइआर दर्ज कर तलाश के बाद बुजकला निवासी अजहरूद्दीन और जितेन्द्र वैष्णव को गिरफ्तार किया था।
तस्करों के मोबाइल में कांस्टेबल के अनेक कॉल मिले
बिलाड़ा थाना पुलिस व डीएसटी तस्करों को पकड़ने की कोशिश में थी, लेकिन वे भाग गए थे। वे आनंदपुर कालू थाना क्षेत्र में पकड़े जा सके थे। गिरफ्तार अजहरूद्दीन व जितेन्द्र वैष्णव से पूछताछ व मोबाइल जांच में पुलिस चौंक गई। बिलाड़ा में चालानी गार्ड कांस्टेबल पवन सैनी व तस्करों के बीच अनेक कॉल होने का पता लगा था। कांस्टेबल पवन सैनी ने ही तस्करों को पुलिस की नाकाबंदी की सूचना दी थी।
70 किमी पीछा, रातभर तलाशती रही पुलिस
पुलिस ने तस्करों को बिलाड़ा में पकड़ने की योजना बनाई थी, लेकिन कांस्टेबल के सूचना लीक करने से तस्करों ने बिलाड़ा से कुछ पहले यू-टर्न ले लिया था। उन्होंने गलत दिशा में ही दोनों कारें भगा दी थी। वे कच्चे रास्तों से भागने लगे थे। पुलिस भी पीछा करती रही। रातभर इनकी तलाश की जाती रही। 70 किमी तक भागने के बाद ब्यावर जिले के खराड़ी में तस्करों ने दोनों कारें लावारिस छोड़ी थी।
थानाधिकारी को पहले से था कांस्टेबल पर संदेह
पुलिस का कहना है कि कांस्टेबल पवन सैनी की बिलाड़ा कोर्ट में बतौर चालानी गार्ड ड्यूटी थी। वह बिलाड़ा थाने परिसर में रहता था। थानाधिकारी सवाईसिंह सोढ़ा को पहले से कांस्टेबल की गतिविधियों पर संदेह था। कांस्टेबल पवन सैनी पहले भी निलम्बित किया जा चुका है। कुछ साल पहले पुलिस मुख्यालय से जारी बड़ी तबादला सूची में उसका भी नाम था। उसका जिले से बाहर तबादला कर दिया गया था, लेकिन उसने व अन्य ने हाईकोर्ट से राहत ले ली थी।
स्पा सेंटर से कांस्टेबल ले रहा था 50 हजार बंधी
पंजाब की एक युवती ने ओसियां कस्बे में स्थानीय युवकों के साथ मिलकर कुछ समय पहले स्पा सेंटर शुरू किया था, जहां स्पा की आड़ में युवतियों से देह व्यापार चलाया जा रहा था। भुगतान न मिलने पर संचालिका व युवतियों में विवाद हो गया था। एफआइआर दर्ज कर वृत्ताधिकारी (ओसियां) जब्बरसिंह ने जांच शुरू की। इसमें ओसियां थाने के कांस्टेबल पुखराज चौधरी की संलिप्तता सामने आई। वह स्पा सेंटर चलाने के बदले संचालिका से 50 हजार रुपए मासिक बंधी ले रहा था। बतौर साक्ष्य स्क्रीन शॉट मिले। इस आधार पर एसपी (ग्रामीण) राममूर्ति जोशी ने कांस्टेबल पुखराज चौधरी को निलम्बित कर जांच के आदेश दिए।