उत्तर प्रदेश के कानपुर के एचएएल लिमिटेड को अमेरिका में बैठे ठगों ने लंबी चपत लगाई है। कंपनी के अपर महाप्रबंधक अशोक सिंह साइबर सेल में तहरीर देखकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी है। अपनी तहरीर में उन्होंने बताया है कि उनकी कंपनी परिवहन वायुयान निर्माण करती है। जिसके लिए पार्ट्स की जरूरत को विदेशों से आयात कर पूरा किया जाता है। बीते 3 मई 2024 को अमेरिका की एक कंपनी से तीन पार्ट्स मंगाने के लिए बातचीत शुरू हुई। मेसर्स पीएस इंजीनियरिंग इनकॉर्पोरेटेड कंपनी को पंजीकृत मेल से कोटेशन भेजने के लिए कहा गया। कम्पनी ने ई-मेल के माध्यम से कोटेशन भेजा। इसके बाद एचएएल की तरफ से पुर्जों के लिए ऑर्डर दिया गया। लेकिन कंपनी की शर्त थी कि पूरा पैसा एडवांस में लिया जाएगा।
ईमेल के माध्यम से हुई सौदेबाजी
ईमेल आईडी के माध्यम से खातों का विवरण भेजा गया। मेल आईडी के साथ ई टेंपरिंग किया गया था। मिलते-जुलते नामों से ईमेल आईडी बनाई गई थी। जिसे एचएएल अधिकारी पकड़ नहीं पाए। 31 जनवरी को अमेरिका के न्यूयॉर्क खाते में 53405.55 यूएस डॉलर ट्रांसफर कर दिए गए। जो भारतीय रुपए में 55 लाख 13 हजार 112 रुपए होते हैं।
डोनियर विमान के लिए मंगाये गए कलपुर्जे
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड रक्षा मंत्रालय के लिए परिवहन विमान बनती है। जिसके लिए पार्ट्स की ज़रूरतें विदेश से पूरी होती हैं। इसी क्रम में डोनियर विमान के लिए तीन पार्ट्स अमेरिका की कंपनी से मांगे गए थे। मेसर्स पीएस इंजीनियरिंग इनकॉर्पोरेटेड कंपनी से सौदा हुआ था। ईमेल आईडी के माध्यम से कोटेशन बैंक अकाउंट का विवरण आदि की जानकारी मिली। लेकिन फर्जी ईमेल आईडी बनाकर एचएलए लिमिटेड को चूना लगाया गया।
क्या कहती है साइबर सेल?
साइबर सेल इंस्पेक्टर सुशील कुमार वर्मा ने बताया कि लखनऊ स्थित साइबर मुख्यालय को इस संबंध में जानकारी दी जाएगी। जिनके माध्यम से इंटरपोल को सूचना भेजी जाएगी। इंटरपोल से मिली जानकारी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। बैंक अकाउंट को फ्रीज कराया जाएगा और आरोपी ठगों को भारत लाने का प्रयास होगा।