कैलाश नगर स्थित जिले की एक मात्र अ श्रेणी कृषि उपज मंडी में नई सरसों की आवक दिनों दिन बढ़ने लगी है। करौली सहित दौसा, भरतपुर व सवाईमाधोपुर के सीमावर्ती गांवों से भी अगेती सरसों का आना शुरू हो गया है। व्यापारियों के अनुसार नई सरसों में नमी 15 से 35 प्रतिशत तक आ रही है।
मानक से कई गुणा अधिक नमी होने से मशीन से सरसों के दानों में ऑयल प्रतिशत का सही पता नहीं चल पाता है। नमी को देखते हुए मंडी यार्ड में नई सरसों के दाम परपरागत तरीके हथेली पर गुणवत्ता जांच कर नीलामी में तय किए जा रहे हैं। व्यापारियों की मानें तो नमी के कारण अभी नई सरसों के ज्यादा खरीदार खड़े नहीं हो रहे हैं। छोटी व मझोली ऑयल मिलों की बजाय एक-दो सॉल्वेंट प्लांट के लिए ही सरसों की खरीदी हो पा रही है। वहीं पुरानी सरसों की ऑयल मिलों के लिए खरीद हो रही है।
नमी से खराब होने का रहता अंदेशा
कृषि उपज मंडी व्यपार संघ के महामंत्री सौरभ बंसल ने बताया कि नमी होने के कारण नई सरसों का लंबे समय तक भंडारण करना संभव नहीं है। नमी होने से सरसों के दाने में फफूंदी लगने से खराब होने का अंदेशा रहता है। ऐसे आम व्यापारी नमी की सरसों को खरीदने से बचता है। व्यापारियों को भण्डारन के लिए नमी वाली सरसों को पहले सुखाना पड़ता है। सूखने पर वजन कम होने से नुकसान झेलना पड़ता है।
पुरानी सरसों के दाम 6 हजार के पास
व्यापारी संतोष बंडी भोला ने बताया कि नई सरसों के बीच मंडी में पुरानी सरसों की भी आवक है। प्रति दिन एक हजार से 1200 कट्टा पुरानी सरसों के आते हैं। जिसके ऑयल लैब टेस्ट के आधार पर दाम तय होते हैं। गुरुवार को 42 कंडीशन सरसों के भाव 6 हजार 55 रुपए प्रति क्विंटल रहे।
फैक्ट फाइल
मंडी में नई सरसों की आवक (क्विं) में दिनांक——- आवक——— भाव 15 फरवरी—-2060 —- 5100-5800 17 फरवरी—-2866—-4900-5936 18 फरवरी—-1484——-4981-5726 19 फरवरी—-2600—-5036-5850 20 फरवरी—-4000—-5100-5900 नई सरसों में अभी काफी नमी है। व्यापारियों को खरीद के बाद सुखानी पड़ रही है। तापमान बढ़ने पर नमी में कमी के बाद ही मशीन से ऑयल का सही पता चल पता है। नमी का मानक 5-7 प्रतिशत होता है।
महेश चंद गुप्ता, अध्यक्ष, कृषि उपज मंडी व्यापार संघ, हिण्डौनसिटी