परिवार के सदस्यों ने बताया कि कृष्णकांत सोनी अपनी पत्नी सुमन देवी, पुत्र अन्ना सोनी, रिश्ते में लगने वाले मामा गिर्राज सोनी और मामी राधा सोनी टोडाभीम से शनिवार शाम को 5 बजे कार से प्रयागराज महाकुंभ के लिए रवाना हुए थे। कार को चालक हरिसिंह मीना चला रहा था।
पुलिस के अनुसार सुबह करीब 9 बजे उन्होंने टॉयलेट के लिए कार को कानपुर-प्रयागराज हाईवे पर सड़क किनारे रोका था। इस दौरान गिर्राज सोनी और कार का ड्राइवर हरिसिंह मीना टॉयलेट करके वापिस कार की तरफ आ रहे थे। तभी एक एसयूवी कार तेज स्पीड में उनकी कार को जोरदार टक्कर मार दी। इससे कार सड़क से करीब 10 मीटर दूर खेत में बने एक गड्ढे में जा गिरी। वहीं अनियंत्रित एसयूवी कार बिजली के पोल से टकराकर रुकी। जिससे बिजली के पोल के दो टुकड़े हो गए।
कार में सवार कृष्णकांत सोनी उर्फ बंटू सोनी और उनकी मामी राधा सोनी, कृष्णकांत सोनी का पुत्र अन्ना सोनी व पत्नी सुमन देवी तथा चालक हरिसिंह मीना गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां कृष्णकांत सोनी व मामी राधा सोनी ने दम तोड़ दिया। अन्य घायलों का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। हादसे की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया।
एक साथ निकली शवयात्रा, हर किसी की आंखें हुई नम
प्रथम दृष्टया हादसा एसयूवी कार चालक के नींद में होने या तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने के कारण माना जा रहा है। हादसे में सुमन देवी, अन्ना सोनी, ड्राइवर हरि मीना का गंभीर हालत में जिला अस्पताल में इलाज जारी है। वहीं गिरिराज सोनी सहित एसयूवी कार में सवार बालचंद्र जांगड़ (60), उनकी पत्नी गीता देवी, पुत्र नरेश जांगड़, बहू ज्योति जांगड़, गीता देवी (85) पत्नी मालाराम, कमाता (27) पत्नी दिनेश जांगड़ निवासी अजमेर किशनगढ़ जख्मी हुए। सोमवार सुबह मृतकों के शव जैसे ही कस्बे में स्थित उनके निवास पर पहुंचे परिवार में कोहराम मच गया। वहीं आसपास के लोगों की आंखें नम हो गई। जब दोनों मृतकों की शवयात्रा एक साथ निकली तो हर किसी की आंखें नम हो गई।