आचार्य के जीवन पर आधारित 7 डायोरमा, अद्वैत परंपरा को प्रदर्शित करते हुए अद्वैत नौका विहार, सृष्टि की उत्पत्ति, लय एवं विलय को दर्शाने के लिए आधुनिक 3डी डोम प्रोजेक्शन गैलरी, आचार्य के जीवन पर आधारित फिल्म एवं फिल्म के प्रदर्शन के लिए 500 की क्षमता का हाई स्क्रीन थिएटर, आचार्य के योगदान एवं कृतियों को प्रदर्शित करती हुई वीथिकाएं, सनातन परंपरा को प्रदर्शित वीथिकाएं, शक्ति गैलरी, सन्यास गैलरी, ध्यान केंद्र, कला वीथिका, अन्नपूर्णा, कलाग्राम आदि हैं। अद्वैत लोक संग्रहालय में आचार्य शंकर के जीवन और दर्शन को विभिन्न आधुनिक और नवीन तरीकों से प्रस्तुत किया जाएगा। संग्रहालय में पारंपरिक भारतीय कला और वास्तुकला की विशेषता देखने को मिलेगी।
खास शैली में निर्मित इस मंदिर में पांच देवताओं की पूजा की जाएगी। जिसमें शिव, विष्णु, गणेश, देवी और सूर्य शािमल है। इस मंदिर में देवताओं और आचार्य शंकर की मूर्ति स्थापित की जाएगी। प्रतिमा के नीचे के स्थान का उपयोग ध्यान केंद्र के रूप में किया जाएगा। यह शांति के लिए एक नैसर्गिक स्थल होगा।
वेदांत का सरलीकरण उपनिषदों की कहानियों और संवादों के साथ-साथ श्री यंत्र का रहस्य और ओंकारेश्वर का महत्व विभिन्न मंत्रमुग्ध प्रभावों के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा। आगामी तृतीय चरण में आचार्य शंकर अंतरराष्ट्रीय अद्वैत वेदान्त संस्थान की स्थापना की जाएगी। ‘एकात्म धाम‘ को एकात्मता के वैश्विक केन्द्र (ए ग्लोबल सेंटर ऑफ़ वननेस) के रूप में विकसित किया जा रहा है।