उत्तर प्रदेश विधानसभा में सपा विधायक रागनी सोनकर ने विधानसभा में सवाल पूछा था कि प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की कार्य योजना क्या है? यह लक्ष्य कब तक प्राप्त हो जाएगा? इसका जवाब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं दे रहे थे। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि कुछ लोगों को यह अच्छा न लग रहा हो। क्योंकि जिन लोगों का पर्सनल एजेंडा होता है। वह देश के विकास को अच्छा नहीं मानेंगे। प्रधानमंत्री की प्रेरणा और उनके विजन के कारण उत्तर प्रदेश भी 1 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी की तरफ बढ़ रहा है। जिसके लिए सरकार 10 सेक्टरों में कार्यक्रम चला रही है। हर सेक्टर की मॉनिटरिंग के लिए अपर मुख्य सचिव या प्रमुख सचिव स्तर का अधिकारी नियुक्त किया गया है। महीने में एक बार वरिष्ठ मंत्री इसकी समीक्षा करते हैं।
मुख्यमंत्री डेस बोर्ड के माध्यम से होती है मासिक समीक्षा
सीएम डेस्क बोर्ड के माध्यम से भी इसकी मासिक समीक्षा होती है। हर 3 महीने में वह स्वयं भी इसकी समीक्षा करते हैं। इसलिए 3 साल में हमने जो टारगेट बनाया था। उसे प्राप्त किया है। जब हमारी सरकार आई थी तो उत्तर प्रदेश की इकोनॉमी 12 लाख करोड़ थी। इस वित्तीय वर्ष के अंत में साढ़े 27 लाख करोड़ रुपए की इकोनॉमी हो जाएगी। यह ऐसे समय हो रहा है। जब दुनिया आर्थिक मंदी और वैश्विक महामारी कोरोना से गुजरी थी। उत्तर प्रदेश की ग्रोथ रेट सर्वाधिक है।