कांग्रेस की सूचा की जातिवार आंकड़ा
कांग्रेस द्वारा जारी की गई 133 नामों की सूची के जातिवार आंकड़ों का इशारा साफ है कि कांग्रेस की मंशा अपने पुराने वोट बैंक को साधने की है। कांग्रेस की सूची में 51 सामान्य ( ब्राह्मण 29, ठाकुर 12, बनिया 7, कायस्थ 2, सिख 1), 30 मुस्लिम, 35 ओबीसी, 5 एससी, 2 एसटी 6 महिलाएं शामिल हैं।
1989 के बाद कांग्रेस की राजनीतिक पकड़ हुई कमजोर
दरअसल, आजादी के बाद एक लंबे वक्त तक ब्राह्मण, मुस्लिम और दलित कांग्रेस का वोट बैंक रहा है। बढ़ते समय के साथ दलितों और ब्राह्मणों ने अपना ठिकाना तलाश लिया। मुस्लिम वोटर्स भी अपना वोट कभी कांग्रेस के साथ तो कभी दूसरे दलों को देते रहे। इससे कांग्रेस की राजनीतिक पकड़ कमजोर हो गई और वह साल 1989 के बाद उत्तर प्रदेश की सत्ता में कभी भी वापसी नहीं कर सकी। महिला भागीदारी पर सवाल
सूची में महज छह महिलाएं हैं। महिलाओं की कम संख्या को लेकर सवाल उठ रहे हैं। आने वाले समय में महिलाओं की सीटें भी लोकसभा और विधानसभा में आरक्षित होनी हैं। ऐसे वक्त में महिलाओं की नेतृत्व क्षमता में इजाफा तो दूर उनको पर्याप्त प्रतिनिधित्व देने की तरफ भी पार्टी की कोशिशें कमजोर दिख रही हैं।